जयपुर। बीजेपी के दिग्गज नेता व केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी ही पार्टी के ऊपर निशाना साधा है। गडकरी ने कहा है कि यहां हर कोई दुखी है। गडकरी के मुताबिक 'विधायक इसलिए दुखी हैं कि वे मंत्री नहीं बन पाए, मंत्री इसलिए दुखी हैं कि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला, जिन्हें अच्छा विभाग मिल गया वे इसलिए दुखी हैं कि मुख्यमंत्री नहीं बन पाए और जो मुख्यमंत्री हैं वे इसलिए दुखी हैं कि उन्हें पता नहीं कि कबतक पद पर बने रहेंगे।'

गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गुजरात में विजय रूपाणी से इस्तीफा लेकर पहली बार विधायक बने भूपेंद्र पटेल को अभी अभी मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले बीजेपी ने उत्तराखंड में दो बार, कर्नाटक में एक और असम के चुनाव के बाद नए मुख्यमंत्री को शपथ दिला दिया। माना जा रहा है कि इसी बात को लेकर नितिन गडकरी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व पर व्यंग्य किया है। गडकरी सोमवार को राजस्थान विधानसभा में संसदीय लोकतंत्र और जन अपेक्षाएं विषय पर सेमिनार को संबोधित करने पहुंचे थे।

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सेमिनार में गडकरी ने मशहूर व्यंग्यकार शरद जोशी द्वारा लिखे व्यंग का पाठ करते हुए कहा, 'जो राज्यों के काम के नहीं थे, उन्हें दिल्ली भेज दिया। जो दिल्ली में काम के न थे, उन्हें राज्यपाल बना दिया और जो वहां भी काम के नहीं थे उन्हें एंबेसडर बना दिया।' गडकरी के मुताबिक जब वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तब उन्हें एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जो दुखी नहीं हो।

जासूसी कांड पर मोदी को निशाने पर लिया

गडकरी ने इस दौरान पेगासस जासूसी कांड को लेकर बिना नाम लिए पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा की, 'अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को वाटरगेट कांड के बाद पद छोड़ना पड़ा था। राष्ट्रपति पद से हटने के बाद लोगों ने कॉलोनी में रहने को घर तक नहीं दिया था।' उन्होंने अपनी खुशी का राज बताते हुए कहा कि मैं भविष्य की चिंता नहीं करता और जो भविष्य की चिंता नहीं करता वह खुश रहता है।