नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा शनिवार (19 सितंबर) तक 53 लाख को पार कर गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण जब इंसानी फेफड़ों में फैलता है तो लोगों को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है और मरीज को तत्काल ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऐसे में किसी भी राज्य में ऑक्सीजन की किल्लत से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत न हो इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को नए निर्देश दिए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति बनाए रखने के लिए समुचित कदम उठाने का निर्देश जाती किए हैं। गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा है कि सभी राज्य बिना रोकटोक के ऑक्सीजन लाने ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित करें क्योंकि कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित लोगों के लिए ऑक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण है।

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गृह मंत्रालय ने राज्यों के मुख्य सचिवों से कहा है कि ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ राज्यों के द्वारा अपने राज्य की ऑक्सीजन निर्माण यूनिट्स से दूसरे राज्यों की आपूर्ति को रोकने की कोशिशें की जा रही है। इस तरह के प्रतिबंधों को समाप्त किया जा चाहिए। कुछ राज्य अपने यहां के आपूर्तिकर्ताओं को सिर्फ सूबे के अस्पतालों तक ही ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। ऐसी कोशिशें ठीक नहीं है। ऑक्सीजन की खपत और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ रही है।

बता दें कि बीते दिनों मीडिया में ऐसी खबरें आई थी कि कई राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत है जिसका कारण ऑक्सीजन सप्लाई में राज्यों द्वारा प्रतिबंध बताया जा रहा था। इसके बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों को इससे संबंधित दिशा निर्देश दिए हैं।