कोरोना की वैक्‍सीन 15 अगस्‍त तक नहीं आने के मामले पर जब मोदी सरकार घिरने लगी तो प्रेस इंफॉर्मेशन ब्योरो (PIB) ने विज्ञान मंत्रालय द्वारा कोरोना की वैक्सीन अगले साल तक उपलब्ध न होने वाले बयान को अपनी सूचना से हटा दिया है। विज्ञान मंत्रालय ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि कोरोना की वैक्सीन तैयार होने में कम से कम 15 से 18 महीनों का वक़्त लग सकता है। कोरोना की कोई भी वैक्सीन अगले साल से पहले तक उपलब्ध नहीं हो पाएगी। पीआईबी ने इस प्रेस विज्ञप्ति को जारी किया था। लेकिन पीआईबी ने इस बयान को हटा दिया है। पीआईबी द्वारा जारी की गई नई सूचना में विज्ञान मंत्रालय के इस दावे का उल्लेख नहीं किया गया है।

इस फोटो की बाईं तरफ मूल विज्ञप्ति है जबकि दाईं वाली विज्ञप्ति पीआईबी ने जारी की। संपादित लाइन को हरेे रंग से हाईलाइट किया गया है।

क्या कहा था विज्ञान मंत्रालय ने? 

विज्ञान मंत्रालय की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए टीवी वेंकटेश्वरन ने कहा था कि इस समय दुनिया भर में 140 टीकों में से 11 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के लिए अब तैयार हैं। मंत्रालय ने कहा कि इसमें भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला द्वारा तैयार की गई क्रमशः कोवैक्सीन और ZyCov-D भी शामिल हैं। मंत्रालय ने अपनी विज्ञप्ति में कहा था कि वैक्सीन 15 से 18 महीनों में आएगी। जबकि आईसीएमआर ने भारत बायोटेक के सहयोग से तैयार की गई वैक्सीन को लेकर कहा था कि वक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल सफल होने पर 15 अगस्त को वैक्सीन भी उपलब्ध हो जाएगी।

इस फोटो की बाईं तरफ मूल विज्ञप्ति है जबकि दाईं वाली विज्ञप्ति पीआईबी ने जारी की। संपादित लाइन को हरेे रंग से हाईलाइट किया गया है।

पीआईबी अपनी सूचना से क्या हटाया है?

 वैक्‍सीन आने के समय को लेकर विवाद बढ़ा तो प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने विज्ञान मंत्रालय द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में से ' वैक्सीन के उपलब्ध होने में तकरीबन 15 से 18 महीनों का वक़्त लग जाएगा’ वाले बयान को हटा दिया है। इसके साथ ही पीआईबी ने मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में से दूसरी लाइन भी हटा दी है, जिसमें कहा गया है कि 2021 से पहले तक टीका उपलब्ध होने की उम्मीद नहीं है।

दो टीकों को मानव परीक्षण की अनुमति

गौरतलब है कि हाल ही में हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक लिमिटेड ने आईसीएमआर के सहयोग से कोरोना की वैक्सीन तैयार की है। इसके अलावा अहमदाबाद स्थित जाइडस कैडिला लिमिटेड ने भी कोरोना की वैक्सीन ईजाद की है। डीसीजीआई से दोनों ही टीकों को मानव परीक्षण की अनुमति मिल चुकी है। इसी महीने दो चरणों में इनका क्लीनिकल ट्रायल होना है। आईसीएमआर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि यदि इनका क्लीनिकल ट्रायल सफल हो जाता है तो अगले महीने की 15 तारीख तक कोरोना की वैक्सीन लॉन्च हो सकती है।