नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की 38 कंपनियों ने पीएम केयर्स फंड में 2,105 करोड़ रुपये दिए। कंपनियों ने ये दान अपने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) फंड से दिए। कई कंपनियों ने जहां अपने सीएसआर फंड से सीमा से अधिक दान दिया तो कुछ कंपनियों ने वित्त वर्ष 2019-20 के बचे हुए सीएसआर फंड को दान कर दिया। वहीं कुछ कंपनियों ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट आवंटन ना होने पर भी दान दिया।

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस द्वारा डाली गईं आरटीआई में यह जानकारी सामने आई है। अखबार ने सार्वजनिक क्षेत्र की 55 कंपनियों को आरटीआई भेजी थी, जिसमें से 38 का जवाब आया है। पीएम केयर्स फंड 28 मार्च को बनाया गया था। अखबार के मुताबिक 31 मार्च तक फंड में 3,076.62 करोड़ रुपये थे, जिसमें से 3,075.85 करोड़ रुपये स्वैच्छिक दान के रूप में प्राप्त बताए गए थे।

दान देने वालीं सार्वजनिक कंपनियों की अगर बात करें तो ओएनजीसी ने सबसे अधिक 300 करोड़ रुपये दिए। चौकाने वाली बात यह है कि कंपनी ने 2020-21 का बजट आवंटन ना होने के बाद भी उस हिस्से के सीएसआर फंड को अनुमानित तौर पर दान में दे दिया। इसी तरह एचपीसीएल ने भी चालू वित्त वर्ष के हिस्से से 120 करोड़ रुपये का दान दिया, जबकि कंपनी के इस साल का बजट आवंटन नहीं हुआ है।

वहीं पॉवर फाइनेंस कॉरपोरेशन ने 2020-21 के अपने सीएसआर फंड से सीमा से अधिक दान दिया। आरटीआई के जवाब में कंपनी ने बताया कि 2020-21 में अनुमानित तौर पर कंपनी का सीएसआर फंड 150.28 करोड़ होगा। हालांकि कंपनी ने पीएम केयर्स फंड में 200 करोड़ रुपये दिए।

इसी तरह ऑयल इंडिया लिमिटेड ने 13 करोड़ और 25 करोड़ रुपये, पॉवर ग्रिड कॉपरेशन ने 130 करोड़ और 70 करोड़ रुपये, रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कॉरपोरेशन ने 100 करोड़ और 156.68 करोड़ रुपये दिए। इन कंपनियों ने वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 के अपने सीएसआर फंड से दान दिया।

यहां तक कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 15 करोड़ रुपये का दान दिया, जबकि कंपनी कोरोना वायरस से प्रभावित आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है।

वहीं सेल कंपनी को पिछले तीन सालों से कोई भी लाभ नहीं हुआ है। लेकिन इसके बाद भी कंपनी ने 33 करोड़ रुपये पीएम केयर्स फंड को दिए।

पीएम केयर्स फंड ने आरटीआई का जवाब नहीं दिया

इंडियन एक्सप्रेस ने पीएम केयर्स फंड की जानकारी पाने के लिए भी आरटीआई डालीं लेकिन इस बारे में अखबार को कोई जानकारी नहीं दी गई। पीएमो को डाली गई आरटीआई के जवाब में कहा गया कि पीएम केयर्स फंड आरटीआई के दायरे में नहीं आता है। पीएमओ ने कहा कि फंड के बारे में अधिक जानकारी इसकी वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।

हालांकि, अखबार ने पाया कि वेबसाइट पर दानदाताओं की जानकारी नहीं दी गई है। इस संबंध में अखबार ने फिर से आरटीआई डाली। दूसरी बार के जवाब में पीएमो की तरफ से कहा गया कि इस संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दी जा सकती है।