पुदुच्चेरी में पिछले कुछ दिनों के दौरान चार कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से राज्य में गहराते सियासी संकट के बीच राष्ट्रपति ने पुदुच्चेरी की उपराज्‍यपाल किरण बेदी को पद से हटा दिया है। उन्हें कार्यकाल पूरा होने के महज तीन महीने पहले जिस तरह अचानक हटाया गया, उससे लोग हैरान हैं। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता अजय कुमार सिंह इस बारे में संक्षिप्त विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि किरण बेदी ‘अब पुदुच्चेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी।' उनकी जगह अब तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को पुदुच्चेरी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री वी नारायणसामी लंबे अरसे से किरण बेदी पर सरकार के कामकाज में बेवजह दखलंदाज़ी का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। अब अचानक किरण बेदी को ऐेसे वक्त में हटाया गया है, जब नारायणसामी की सरकार संकट में घिरी नज़र आ रही है। हालात कुछ ऐसे हो गए हैं कि मु्ख्यमंत्री अब बीजेपी पर राज्य में उनकी सरकार गिराने के लिए ऑपेरशन लोटस शुरू करने का आरोप लगा रहे हैं। दरअसल, कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार के विधानसभा की सदस्यता से मंगलवार को ही इस्तीफा दिया था। बीते एक महीने में कांग्रेस को यह चौथा झटका लगा है। कुमार से पहले कांग्रेस के तीन विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। 

प्रदेश की 33 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 28 विधायक ही बचे हैं। ऐसे में बहुमत के लिए प्रभावी संख्या 15 है। मौजूदा सदन में कांग्रेस गठबंधन के पास अब 14 विधायक रह गए हैं। वहीं विपक्ष के पास भी 14 विधायक हैं। प्रदेश में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं, क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है। 

प्रदेश विधानसभा की मौजूदा स्थिति की बात करें तो कांग्रेस के 10, द्रमुक के तीन, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के सात, अन्नाद्रमुक के चार, भाजपा के तीन (सभी नामांकित) और एक निर्दलीय विधायक रह गया है। कांग्रेस के चार विधायकों ने इस्तीफा दिया है जबकि एक विधायक को अयोग्य ठहराया गया है।

हालांकि पुदुच्चेरी के सीएम वी नारायणसामी का दावा है कि उनकी सरकार के पास अब भी बहुमत है। न्यूज़ चैनल एनडीटीवी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'मल्लादि कृष्ण राव और जॉन कुमार ने एक के बाद एक इस्तीफा दिया, हालांकि अभी स्पीकर के द्वारा इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया है। सीएम ने प्रदेश में बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस की तैयारी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। हम अपने दोनों विधायकों को मना लेंगे। कृष्ण राव को किरण बेदी परेशान करती थीं इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है।

नारायणसामी ने कहा, 'बीजेपी का काम करने का तरीका ही यही कि विधायकों को पैसा देकर अपने साथ शामिल करना। इसी तरीके को बीजेपी ने मणिपुर, अरुणाचल, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में भी अपनाया, वे सिर्फ विधायकों को खरीद रहे हैं। निर्वाचित कांग्रेस सरकारों को निशाना बनाने वाली बीजेपी को शर्म आनी चाहिए। पुदुच्चेरी के लोग सेकुलर पार्टी के साथ जाना चाहते हैं। वे किसी भी तरीके के सांप्रदायिक ताकतों का समर्थन नहीं करेंगे। जिन लोगों ने पुदुच्चेरी में बीजेपी ज्वाइन की, उनका पॉलिटिकल कैरियर बर्बाद हो जाएगा।'