नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए कहा है कि खेत को रेत नहीं होने देंगे, मित्रों को भेंट नहीं होने देंगे। मित्रों से राहुल गांधी का आशय उद्योगपतियों से है। 



कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान और खुद तमाम विपक्षी दल मोदी सरकार पर देश के कृषि क्षेत्र को अपने उद्योगपति मित्रों के हवाले करने का आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी शुरू से ही मोदी सरकार पर अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते आ रहे हैं। 





अब एक बार फिर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर इस सिलसिले में हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है, 'खेत को रेत नहीं होने देंगे,मित्रों को भेंट नहीं देने देंगे।कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!' 



दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले नौ महीने से डटे हुए हैं। इस दौरान किसानों की सरकार के साथ कई दौरों की बातचीत भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। किसान लगातार कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर डटे रहे। इस दौरान विपक्ष भी लगातार कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए मोदी सरकार पर दबाव बनाते रहा, लेकिन सरकार ने अपना स्टैंड साफ करते हुए कहा कि वह कृषि कानूनों को वापस करने के जरा भी मूड में नहीं है।