जालोर। भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे करने जा रहा है, लेकिन समाज को अभी भी छुआछूत से आजादी नहीं मिली है। राजस्थान के जालोर में जातिगत भेदभाव और छुआछूत की इसी बुराई ने 9 साल के एक मासूम दलित बच्चे की जान ले ली है।



मामला जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव का है। यहां 9 साल के एक बच्चे ने जब स्कूल के मटके को पानी पीने के लिए छुआ, तो उसे स्कूल टीचर ने इतना पीटा कि उसकी कान की नस फट गई। इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया और फिर उदयपुर से अहमदाबाद भेजा गया। शनिवार को अहमदाबाद में शाम चार बजे बच्चे की मौत हो गई। 



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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को दुखद बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है। आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की जा चुकी है। मामले के त्वरित अनुसंधान एवं दोषी को जल्द सजा हेतु प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है। पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।'





मृतक छात्र की पहचान इंद्र कुमार के रूप में हुई है, जो सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा का छात्र था। पूरे मामले में मृतक छात्र के चाचा किशोर कुमार ने स्कूल संचालक छैल सिंह के खिलाफ सायला पुलिस थाने में मारपीट करने, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित करने व मारपीट के बाद छात्र की हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है।



इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। दलित समुदाय में खासा आक्रोश है। स्थिति काबू में रहे इसलिए सरकार के निर्देशानुसार, क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अगली सूचना आने तक बंद कर दी गई है।