नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के आपत्तिजनक बयान का आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने करारा जवाब दिया है। संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली में सार्वजनिक छठ पूजा पर रोक लगाने का फैसला प्रदेश की जनता को कोरोना महामारी से बचाने के लिए किया गया है, लेकिन बीजेपी इस मसले पर ओछी राजनीति कर रही है। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर छठ पूजा पर रोक लगाई है। बीजेपी के शासन वाली कई राज्य सरकारों ने भी ऐसे ही कदम उठाए हैं, लेकिन दिल्ली में बीजेपी नेता लोगों के जीवन से जुड़े मुद्दे पर ओछी राजनीति करने में लगे हैं। संजय सिंह ने बीजेपी शासित राज्यों में पूर्वांचली लोगों के साथ मारपीट की घटनाएं होने का आरोप भी लगाया है।



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मनोज तिवारी के ट्वीट का जवाब देते हुए संजय सिंह ने लिखा, ‘भाजपा शासित राज्यों में पूर्वांचलियों को मारने पीटने की घटनाएं होती हैं आप चुप रहते हैं अब छठ पूजा पर ओछी राजनीति।  हरियाणा गुजरात-यूपी बिहार हर राज्य ने छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया। दिल्ली में अमित शाह जी ने रोक लगाई उनसे अनुमति दिलाइए मैं अरविंद केजरीवाल जी से बात करूंगा।’





इससे पहले दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने ट्वीट करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गाली-गलौच वाले अंदाज़ में अभद्र टिप्पणी की थी। 





गोरखपुर के बीजेपी सांसद रवि किशन ने भी सार्वजनिक छठ पूजा पर रोक लगाने के फैसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर तीखा हमला किया था। लोगों की सेहत को ध्यान में रखकर उठाए गए कदम को रवि किशन ने अपने ट्वीट में न सिर्फ आस्था पर ठेस बताया है, बल्कि इसी आधार पर लोगों को केजरीवाल के खिलाफ उकसाने की कोशिश भी की है।





इससे पहले भी बीजेपी छठ पूजा के मसले पर लगातार दिल्ली सरकार पर हमलावर है। दिल्ली पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करवाने की मांग करते हुए सीएम आवास पर प्रदर्शन भी किया। हैरानी की बात ये है कि बीजेपी उस फैसले के लिए केजरीवाल पर निशाना साध रही है, जिस पर दिल्ली हाईकोर्ट भी मुहर लगा चुका है।



केजरीवाल सरकार को हाईकोर्ट से राहत



दरअसल, दिल्ली सरकार के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। लेकिन हाईकोर्ट याचिका खारिज करते हुए कहा कि लोग जिंदा रहेंगे तो आगे कभी भी पर्व मना लेंगे। हाईकोर्ट ने सरकार के फैसले के खिलाफ याचिका दायर करने वाले को फटकार लगाते हुए कहा कि वे दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति से अनजान हैं। अगर दिल्ली में सार्वजनिक रूप से छठ पूजा करने की अनुमति दी जाती है तो सार्वजनिक पूजा वाली जगहें सुपर स्प्रेडर बन जाएंगी और कोरोना महामारी और भी तेज़ी से फैल जाएगी।