सवाई माधोपुर। राजस्थान में एंटी करप्शन डे यानी भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मंच से भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी-लंबी भाषणबाजी करने के ठीक एक घंटे बाद ही डीएसपी रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हैं। मामले ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।

बताया जा रहा है कि सवाई माधोपुर में बुधवार को एसीबी कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार दिवस पर एक समारोह आयोजित किया गया। इसमें डीएसपी मीणा बतौर मुख्य वक्ता मौजूद थे। वहां उन्होंने भाषण दिया, 'हमें पूरी ईमानदारी के साथ भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त करना है। केंद्र और राज्य सरकार का कोई भी कर्मचारी घूस मांगे तो टोल फ्री 1064 या हेल्पलाइन नंबर 9413502834 पर किसी भी समय पर कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं।'

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हैरान करने वाली बात यह है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी-लंबी फेंकने वाले मीणा को भाषणबाजी के एक ही घंटे बाद 80 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया। उन्हें घूस देने वाले जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) को भी गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसा पहली बार हुआ कि किसी एसीबी में तैनात आरपीएस स्तर के अफसर को खुद एसीबी ने ही ट्रैप किया हो। उन्हें गिरफ्तार करने वाला अधिकारी उनका जूनियर है।

इस नाटकीय घटनाक्रम को लेकर एसीबी के डीजी बीएल जोशी ने बताया कि कोटा के आकाशवाणी कॉलोनी में रहने वाले डीएसपी भेरूलाल मीणा के खिलाफ कई दिनों से रिश्वत लेने की शिकायत मिल रही थी, इसलिए हमारी टीम लगातार मीणा पर नजर रख रही थी। बुधवार को जयपुर से एसीबी की टीम पहुंची तो करौली के दलपुरा में रहने वाले डीटीओ महेश चंद मीणा उन्हें मासिक वसूली के 80 हजार रुपये दे रहे थे।'

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एसीबी की टीम ने उन्हें फौरन रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद टीम जब मीणा के घर पर छापा मारने पहुंची तो वहां जमीनों के कागजात और 1 लाख 61 हज़ार रुपये नगद मिले। इस छापेमार कार्रवाई को डीजी बीएल सोनी औ एडीजी दिनेश एमएम के निर्देशन में जयपुर एसीबी की टीम ने एएसपी पुष्पेंद्र सिंह के नेतृत्व में अंजाम दिया है। एसीबी की टीम अब उनसे जु़ड़ी अन्य जगहों पर भी तलाशी का काम कर रही है ताकि भ्रष्टाचार की काली कमाई के बारे में पता चल सके।