नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कोरोना महामारी के बीच बिगड़े स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर केंद्र पर कई सवाल दागे हैं। सोनिया गांधी ने कहा है कि सिस्टम फेल नहीं हुआ है बल्कि नरेंद्र मोदी की सरकार फेल साबित हुई है। सोनिया ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि देश आज इस कगार पर इसलिए खड़ा है क्योंकि मोदी सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने में असमर्थ है।

सोनिया गांधी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कांग्रेस के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार ने लोगों की मदद करने की जगह अपनी जिम्मेदारियां त्याग दी है। साल 2021 की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहंकार से चूर होकर कोरोना के खिलाफ जंग को जीत लेने का दावा किया था। केंद्रीय मंत्रियों ने इसके लिए पीएम का गुणगान भी किया था। प्रधानमंत्री तमाम चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए चुनाव जीतने में मशगूल रहे। पीएम के अहंकार का नतीजा आज देश भुगत रहा है।'

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सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, 'संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने भी कोरोना की स्थिति को लेकर चिंता जताई थी। लेकिन प्रधानमंत्री ने उसकी भी अनदेखी की। तमाम चेतावनियों को अनदेखा करते हुए समय पर वैक्सीन तक आर्डर नहीं किया गया। सभी पहलुओं पर मोदी सरकार विफल साबित हुई है। दूरदर्शी नेतृत्व ही इस महामारी पर विजय प्राप्त कर सकती है। देश का नेतृत्व ऐसा है की उसे जनता से कोई सहानुभूति नहीं है।'

मरहम लगाने के बजाए आवाज को दबाया जा रहा- सोनिया

कांग्रेस नेतृ ने कहा कि, 'इस संकट काल में देश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाएं मुहैया करा देशवासियों को मरहम लगाने के बजाए बीजेपी शासित सरकारें तानाशाह रवैया अपनाते हुए कार्रवाई कर रही है। सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेटफॉर्म पर लोगों की आवाज दबाने की कोशिशें की जा रही है। भारत आज इसलिए बेबस है क्योंकि मोदी सरकार में लोगों के प्रति कोई संवेदना नहीं है।' सोनिया गांधी ने आगे कहा कि यह विपक्ष और सरकार के खिलाफ लड़ाई नहीं है। ये कोरोना के खिलाफ देश की जंग है। उन्होंने कोरोना को लेकर एक स्टैंडिंग कमेटी गठित करने की मांग की है। सोनिया गांधी ने लोगों की जान बचाने में जुटे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के योगदान की सराहना भी की।