टाटा समूह ने कोविड 19 की जांच के लिए एक नया टेस्ट विकसित किया है। टाटा समूह की हेल्थकेयर यूनिट टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स ने इस नए टेस्ट का विकास केंद्र सरकार के साथ मिलकर किया है। बताया जा रहा है कि इस टेस्ट का नाम टाटाएमडी चेक है और दिसंबर से यह अस्पतालोँ और प्रयोगशालाओं में उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी मदद से कोरोना की विश्वसनीय रिपोर्ट मिलेगी। खास बात यह है कि इसकी टेस्ट रिपोर्ट RT-PCR टेस्ट के मुकाबले कम समय में मिलेगी।

कंपनी के सीईओ गिरीश कृष्णमूर्ति ने बताया कि जल्द ही वे चैन्नई में अपनी फैक्ट्री में इसकी 10 लाख किट बनाना शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि शुरूआत में इसे सिर्फ देश में ही बेचा जाएगा। अगले महीने से इसकी बिक्री शुरू होगी। इसकी मदद से 90 मिनट में नतीजे आ सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि इसमें सैंपलों की जांच करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन पर आधारित प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया है।

RT-PCR से काफी अलग है यह नया टेस्ट

जानकारी के मुताबिक, इस नए टेस्ट के लिए भी आरटी-पीसीआर की तरह ही नाक से सैंपल लिए जाते हैं। लेकिन इसमें उस सैंपल को लैब तक ले जाने की जरूरत नहीं है। उसी वक्त वहीं जांच की जाती है। जहां आरटी-पीसीआर टेस्ट में रिजल्ट आने में चार से पांच घंटे लग जाते हैं और सैंपल को लैब तक ले जाने में भी काफी समय लगता है। इस नए टेस्ट में 15 से 30 मिनट में रिजल्ट उसी वक्त वहीं सामने आ जाता है। इस टेस्ट में सीआरआईएसपीआर टेक्नोलोजी का इस्तेमाल किया गया है। जिससे SARS-COV-2 वायरस के जेनॉमिक सीक्वेंस का आसानी से पता लगाया जा सकता है।