भोपाल। मध्य प्रदेश में अब तक हुई बारिश से कई नदी, नाले और झरने उफान पर है। प्रदेश में जबलपुर, रीवा, मंडला, शहडोल, सागर, सिवनी, श्योपुर, उमरिया, छतरपुर समेत कई जिलों में पिछले एक हफ्ते से बारिश हो रही है। इससे इन क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है। वहीं सोमवार को श्योपुर जिले के कई इलाकों और गांव में पानी भर गया। मकान, दुकानें सहित सड़कों पर भी जलभराव हो गया।
लगातार बारिश से नर्मदा नदी उफान पर आ गई। जो अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही। प्रदेश में मंगलवार को 17 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। बता दें एमपी में मानसून 16 जून से एंटर हुआ था उसके बाद से अब तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश का दौर जारी है। निमाड़ी में बारिश का कोटा 103 फीसदी हो चुका है। वहीं टीकमगढ़ और मंडला में 75% बारिश हो चुकी है।
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मौसम विभाग ने आज 17 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इनमें, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, गुना श्योपुर, शिवपुरी, मुरैना, निमाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, रीवा, सतना, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली शामिल है। इन जिलों में बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। शिवपुरी में अटल सागर मनीखेड़ा डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे सोमवार सुबह यहां के 6 गेट खोले गए थे। वहीं श्योपुर में
क्वारी नदी में अधिक जल भराव से आगरा जाने वाला रास्ता बंद करना पड़ा है। टीकमगढ़ में मकान गिरने से तीन भैंसों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में सोमवार को दोपहर के समय तेज बारिश हुई। साथ ही इन्दौर- उज्जैन में भी लगातार बारिश जारी रही। मंडला में आधे घंटे के दौरान हुई बारिश से पानी लोगों के घरों में घुस गया। रायसेन में उफनते नालों के बीच मड रैली निकाली गई।