पटना। आरजेडी नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव के नतीजों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी ने कहा है कि बिहार की जनता ने तो महागठबंधन को ही जिताया था, लेकिन नीतीश कुमार ने  अफ़सरों के साथ मिलीभगत करके मतगणना में हेराफेरी की है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता ने उन्हें जिस तरह समर्थन दिया है, उसके लिए वे आभारी हैं और बिहार में धन्यवाद यात्रा निकालकर लोगों का शुक्रिया अदा करेंगे।

कम से कम 20 सीटों पर धांधली हुई : तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने दावा किया कि कम से कम बीस विधानसभा सीटों पर मतगणना के दौरान बड़ी संख्या में पोस्टल बैलेट्स को रद्द कर दिया गया, ताकि महागठबंधन के उम्मीदवारों को हराया जा सके। उन्होंने कई विधानसभा सीटों के उदाहरण देते हुए बताया कि बहुत सारी सीटों पर जीत का अंतर इतना कम है कि चुनाव से जुड़े नियमों के तहत वहां वोटों की दोबारा गिनती होना ज़रूरी है। तेजस्वी ने दावा किया कि उन्हें करीब 130 सीटें मिली हैं, अगर जरूरत पड़ती है तो वे कोर्ट भी जाने को तैयार हैं।

मतगणना के समय की वीडियो रिकॉर्डिंग दिखाई जाए

तेजस्वी यादव ने मतगणना के दौरान रद्द किए गए पोस्टल बैलेट के बारे में पूरी जानकारी मुहैया कराए जाने की माँग भी की। तेजस्वी ने कहा कि नियमों के मुताबिक़ पोस्टल बैलेट रद्द करने की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग होनी चाहिए। नियम यह भी है कि इस वीडियो रिकॉर्डिंग को कम से कम चालीस दिनों तक सुरक्षित रखा जाना चाहिए। तेजस्वी यादव ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर कोई गड़बड़ी नहीं हुई है तो पोस्टल बैलेट को रद्द करने की वजह बताते हुए वो वीडियो रिकॉर्डिंग सामने रखनी चाहिए। जहां हार का अंतर रद्द किए गए पोस्टल बैलेट की संख्या से कम है, वहां नियमों के मुताबिक़ सारी गिनती फिर से होनी चाहिए।

पोस्टल बैलेट बड़ी संख्या में रद्द करने की वजह बताई जाए

तेजस्वी यादव ने कहा कि पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल आम तौर पर सरकारी नौकरी करने वाले या बाहर रहने वाले पढ़े-लिखे लोग ही करते हैं, क्योंकि पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया के बारे में उन्हें ही जानकारी होती है। ऐसे में उनके बैलेट का बड़ी संख्या में रद्द किया जाना हैरान करने वाली बात है।

नीतीश कुमार की चोर दरवाजे से सत्ता पाने की कोशिश: तेजस्वी 

तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने चुनाव में हार के बावजूद  चोर दरवाज़े से कुर्सी हथियाने की कोशिश की है। तेजस्वी ने कहा, नीतीश जी, आप संन्यास लेने की बात कर रहे थे, तो अपनी अंतरात्मा को जगाइए और अपने राजनीतिक करियर का अंत ऐसे कालिख पोतने वाले कारनामों के साथ मत कीजिए। जाते वक्त जनता की हाय लेकर मत जाइए।

तेजस्वी यादव ने यह आरोप भी एक बार फिर से दोहराया कि कई विधानसभा क्षेत्रों में तो उनके उम्मीदवारों को जीता हुआ बताकर सर्टिफिकेट के लिए इंतज़ार करने को कहा गया। लेकिन कुछ देर बाद बताया गया कि पोस्टल बैलेट रद्द होने की वजह से वो हार गए हैं। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर तो जीत का सर्टिफिकेट देने के बाद उसे छीनने की कोशिश भी की गई। तेजस्वी ने कहा कि हमसे इन आरोपों के समर्थन में सबूत मांगा जाता है। जब मतगणना केंद्र पर मोबाइल या कैमरा ले जाने की इजाज़त ही नहीं है, तो हम सबूत कहां से पेश कर सकते हैं। यहाँ तक कि मीडिया को भी अंदर जाने की इजाज़त नहीं होती। ऐसे में सबूत तो वहाँ मौजूद सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग को ईमानदारी से पेश करने पर ही मिल सकती है।