पटना। बिहार के छपरा में ज़हरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो चुकी है। कल सुबह तक मृतकों की संख्या 6 थी, फिर देर शाम तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई थी। आज सुबह तक मरने वालों की संख्या 31 हो गई है। मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि जो पिएगा वो मरेगा।

बताया जा रहा है कि अभी भी कई लोग अस्‍पताल में भर्ती हैं। कुछ लोग स्थानीय स्तर पर चोरी से इलाज करा रहे हैं। छपरा सदर अस्पताल में अभी भी कम से कम आधा दर्जन लोग गंभीर हालत में भर्ती हैं। ऐसे में आशंका है क‍ि मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है।

बता दें, बिहार में शराबबंदी हैं। यहां शराब की खरीद-बिक्री और सेवन गैरकानूनी है। मरने वालों में ज्‍यादातर गरीब और मजदूर हैं। अस्‍पताल में कई मरीजों ने जो जानकारी दी है उसके मुताब‍िक वे अक्‍सर शराब पीते हैं और उन्‍हें गांव में ही शराब म‍िल जाती है।

बिहार विधानसभा में भी कल शराबबंदी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तेजित हो गए और बीजेपी सदस्यों को याद दिलाने लगे कि आपने भी इसका समर्थन किया था और सफल बनाने के लिए शपथ ली थी। दरअसल, विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराबबंदी पर सवाल उठाए और इसी दौरान नीतीश कुमार अपना आपा खो बैठे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ज़हरीली शराब से हुई मौत पर आज फिर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, भाजपा सरकार से बाहर गई है, इसलिए इतना आक्रामक है। देश भर में लोग जहरीली शराब से मरते हैं। बिहार में शराबबंदी से पहले भी मौतें भी होती थीं। जो शराब पीएगा, वह मरेगा।