नई दिल्ली। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिवों और राज्य प्रभारियों की आज बैठक हो रही है। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई दिग्गज शामिल हुए। कांग्रेस की इस बैठक में संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों की रणनीति पर चर्चा हो रही है।

बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने अपने शुरूआती वक्तव्य में कहा कि हमें काँग्रेस पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित ऐसे लोगों को आगे बढ़ाना चाहिए जो विपरीत माहौल में भी चटटान की तरह हमारे साथ खड़े हैं। मैं यहां एक सबसे जरूरी बात जवाबदेही (Accountability) के बारे में भी आप सभी से कहना चाहूंगा। आप सभी अपने प्रभार वाले राज्यों के संगठन और भविष्य के चुनाव परिणामों के लिए Accountable होंगे। 

खड़गे ने आगे कहा, 'आप सभी जानते हैं कि हमारा संविधान बचाओ अभियान चल रहा है। जय बापू, जय भीम, जय संविधान कार्यक्रम बेलगांव में हमने तय किया था। ये अगले एक वर्ष तक चलेगा। इसके तहत पदयात्रा, संवाद, कॉर्नर मीटिंग्स जैसी गतिविधियां चलायी जा सकती है। लेकिन ऐसे हर प्रोग्राम का लक्ष्य होना चाहिए संगठन का सशक्तिकरण। इस बीच हमारे सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। आप जानते हैं कि इन दिनों चुनाव में वोटर लिस्ट मैनिपुलेशन का काम बड़े पैमाने पर हो रहा है। इसके बारे में लोक सभा में राहुल गांधी ने भी सवाल उठाया।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, 'आप सभी को महसूस होगा कि आज कल हमारे समर्थकों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए जाते हैं। या नाम हटाकर बगल के बूथ से जोड़ दिया जाता है। BJP की तरफ़ से नए नाम चुनाव के ठीक पहले जोड़े जाते हैं। इस धांधली को हर हाल में रोकना होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) की सिलेक्शन कमेटी में चीफ जस्टिस को भी जोड़ा गया था। मोदी जी ने उन्हें भी बाहर कर दिया। सरकार को देश के चीफ जस्टिस की निष्पक्षता पर भी भरोसा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई होने वाली थी, सरकार ने इसके पहले नए CEC की घोषणा कर दी।'

खड़गे ने कहा, 'राहुल जी ने कहा भी कि ऐसे सिलेक्शन कमेटी का क्या फायदा, जहाँ आप LOP का इस्तेमाल सिर्फ़ certification के लिए कर रहे हैं? इन बातों के साथ देश के सामने अनगिनत चुनौतियाँ हैं। महँगाई और बेरोज़गारी स्थायी मसला बना हुआ है। मोदी सरकार इस मामले में पूरी तरह विफल रही है। मोदीजी की यात्रा के बावजूद अमेरिका पहले की ही तरह भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगा कर वापिस भेज रहा है। वेजिटेरियन यात्रियों को नन वेज खाना दिया गया। हमारी सरकार इस अपमान का ठीक तरीके से विरोध जताने में भी विफल रही।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, 'आर्थिक मामलों में भी अमेरिका हम पर गहरी चोट कर रहा है। हम पर उलटा टैरिफ लगा दिया, पर प्रधानमंत्री ने इसका विरोध तक नहीं किया। वे हम पर जबरदस्ती घाटे का सौदा थोप रहे हैं, जिसे हमारी सरकार चुपचाप मान ले रही है। ये साफ़-साफ़ हिंदुस्तान और हिंदुस्तान के लोगों का अपमान है। अगला 5 साल हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम जनता के मुद्दों को लेकर लगातार संघर्ष और जन आंदोलन करके मुख्य विपक्ष की भूमिका में उभरने का प्रयास करें। इससे ही हम लोगों की पहली पसंद बनेंगे।'