कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन यहां की राजनीति में ऑडियो वॉर ने गहमागहमी बढ़ा दी है। एक ओर बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी का कथित ऑडियो जारी कर दावा किया कि उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ता से चुनाव में मदद मांगी। उधर टीएमसी ने इसपर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता मुकुल रॉय का एक कथित ऑडियो जारी किया है। टीएमसी ने आरोप लगाया है कि इस बातचीत में रॉय चुनाव आयोग को प्रभावित करने की बात कर रहे हैं। टीएमसी द्वारा जारी यह ऑडियो चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।



दरअसल, तृणमूल कांग्रेस ने जो ऑडियो जारी किया है उसमें बीजेपी नेता मुकुल राय को कथित तौर पर पार्टी नेता शिशिर बाजोरिया से यह बातचीत करते सुना जा सकता है कि चुनाव आयोग को कैसे प्रभावित किया जाए। टीएमसी द्वारा जारी ऑडियो में मुकुल राय कथित तौर पर कहते हैं कि चुनाव आयोग से अनुरोध किया जाना चाहिए कि प्रशासनिक आदेश पारित करके बंगाल के किसी भी मतदाता को राज्य के किसी भी बूथ पर पोलिंग एजेंट होने की अनुमति दी जाए। रॉय को कथित तौर पर उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि 'यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो बीजेपी को कई बूथों पर एजेंट भी नहीं मिल पाएंगे। 





बता दें कि किसी राजनीतिक दल का बूथ एजेंट मतदान के दिन पोलिंग बूथ के अंदर बैठता है और सामान्य तौर पर वह उस बूथ क्षेत्र के निवासी ही होता। उधर पिछले हफ्ते ही चुनाव आयोग ने एक आदेश पारित किया है जिससे बंगाल के मतदाताओं को राज्य में कहीं भी बूथ एजेंट बनने की अनुमति मिली है। इस आदेश के बाद से ही तृणमूल यह मांग कर रही है कि इस आदेश को वापस लिया जाए। 





इससे पहले बीजेपी ने एक ऑडियो टेप जारी कर सीएम ममता बनर्जी को निशाने पर लिया। बीजेपी ने दावा किया कि ममता ने शुभेंदु अधिकारी के समर्थक प्रोलोय पाल को फ़ोन किया और उन्हें तृणमूल में शामिल होने का आग्रह किया, साथ ही उन्होंने नंदीग्राम चुनाव में  सहयोग की अपील भी की। जिसे उन्होंने नकार दिया। मामले पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि दीदी दिवालिया हो गईं हैं इसलिए हमारे कार्यकर्ताओं को फोन कर रही हैं। उन्हें हार का डर अभी से सताने लगा है।