देश और प्रदेश में लगातार पेट्रोल और डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। तेल कंपनियों और सरकार द्वारा लगातार की जा रही इस वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में सायकल यात्रा निकाली थी। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जनता के हित में आवाज उठाना शिवराज सिंह चौहान  सरकार को रास नहीं आया। राजधानी में सायकल यात्रा के दौरान शामिल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत 150 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर धारा 143, 188, 269, 270 और 341के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।



पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने ऊपर हुई एफआईआर को लेकर कहा है कि उनके खिलाफ जनता की आवाज उठाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है, जिसका वे स्वागत करते हैं। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने पेट्रोल डीज़ल के बढ़ते दामों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।





 



पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि मूल्यवृद्धि का लाभ पेट्रोल पंप मालिक, उत्पादक कंपनियों और केंद्र सरकार को हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है 'जनता की मांग उठाने पर मुझ पर FIR दर्ज होती है तो मैं उसका स्वागत करता हूँ। आज फिर पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ा दिए गए। बढती पेट्रोल डीज़ल की क़ीमतों का लाभ किसको हो रहा है?



1-पेट्रोल पम्प मालिक



2- पेट्रोलियम उत्पादक कम्पनियां



3- केंद्र सरकार



आम उपभोक्ताओं को पुराने स्टॉक का तेल क्यों नहीं



पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य और केंद्र दोनों ही सरकारों को पेट्रोल डीज़ल के लागातर बढ़ते दामों को लेकर घेरते हुए कहा है कि पेट्रोल डीज़ल के दाम यदि बढ़ रहे हैं तो आम उपभोक्ताओं को स्टॉक में रखा हुआ पुराना तेल पुरानी दरों पर क्यों नहीं दिया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ज़रूरी सवाल उठाते हुए सरकार को जनता को तेल पुरानी कीमतों पर मुहैया कराने का सुझाव दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है कि 'वैसे तो क़ायदे से पेट्रोल डीज़ल के दाम बढ़ने पर आम उपभोक्ताओं को पुराने स्टॉक का तेल पुरानी रेट में मिलना चाहिए। लेकिन मैं ये पूछना चाहता हूँ कि क्या ग्राहक इतना भी फ़ायदा उठा पा रहे हैं? क्या इसका पालन हो रहा है? जहॉं तक मेरी जानकारी है नहीं हो रहा है।'