कानपुर बाल संरक्षण गृह में कोरोना जांच के बाद कुल 57 बच्चियों को कोरोना का संक्रमण हो गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि उनमें से दो बच्चियां गर्भवती पाई गई हैं। इस मसले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर लिखा है कि  मुजफ्फरपुर (बिहार) के बालिका गृह का पूरा किस्सा देश के सामने है। यूपी में भी देवरिया से ऐसा मामला सामने आ चुका है। ऐसे में पुनः इस तरह की घटना सामने आना दिखाता है कि जांचों के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है लेकिन सरकारी बाल संरक्षण गृहों में बहुत ही अमानवीय घटनाएं घट रही हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा की आलोचना के बाद मामले को तूल पकड़ता देख कानपुर के डीएम ब्रह्म देव राम तिवारी ने सफाई देते हुए कहा है कि दोनों ही बच्चियां कानपुर बाल संरक्षण गृह में लाए जाने से पहले ही गर्भवती थीं। डीएम तिवारी ने ट्विटर पर सफाई पेश करते हुए कहा कि 'कानपुर संवासिनी गृह में कोरोना पॉज़िटिव मामलों में से दो गर्भवती लड़कियों की खबर के बारे में यह स्पष्ट करना है कि ये पॉक्सो एक्ट के तहत CWC आगरा तथा कन्नौज के आदेश से दिसम्बर 2019 में यहां संवासित की गयी थीं और उस समय किए गए मेडिकल परीक्षण के अनुसार ये पहले से गर्भवती थीं।

गौरतलब है कि कानपुर बाल संरक्षण गृह में बच्चियों के गर्भवती होने की खबर से सनसनी फैली हुई है। स्थानीय प्रशासन द्वारा जांच करने के बाद पता चला कि गर्भवती बच्चियों की संख्या 2 नहीं 7 है। मामला राजनीतिक तूल ले चुका है लेकिन सरकार  ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।