राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि राज्यसभा चुनाव 2 महीने पहले भी हो सकते थे लेकिन भाजपा द्वारा हॉर्स ट्रेडिंग पूरी नहीं हुई थी इसलिए चुनाव स्थगित किए गए। जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग के लिए असामाजिक तत्वों द्वारा की जा रही हरकतों की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को कुछ दिनों पहले ही दे दी गई थी। इस मामले की एक FIR एसओजी में भी दर्ज करवाई गई है।अशोक गहलोत का आरोप है कि देश में केवल दो ही लोग ही फैसले ले रहे हैं और यह Democracy के लिए ठीक नहीं है। यह लोकतंत्र की हत्या के समान है। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जीवन खतरे में पड़ गया तब भी ये लोग जोड़-तोड़ में लगे हैं, मध्यप्रदेश का उदाहरण सबके सामने है।

प्रत्‍याशी को उतारना भाजपा की नीयत दिखाता है : सचिन पायलट

राजस्थान में राज्य सभा की 3 सीटों पर 19 जून को चुनाव है। उससे पहले राजनीतिक उथलपुथल तेज़ हो गई है। हालांकि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान से राज्‍य सभा चुनाव में कांग्रेस के 2 प्रत्याशियों की जीत निश्चित है क्योंकि संख्या बल के लिहाज से कांग्रेस के पास स्पष्ट बहुमत है और कोई विधायक पार्टी छोड़कर नहीं जा रहा है। हमें इनडिपेंडेट विधायकों का भी समर्थन है। इसके बावजूद भी भाजपा द्वारा अतिरिक्त प्रत्याशी उतारना उनकी नीयत जरूर दर्शाता है।

पायलट ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान केंद्र सरकार ने श्रमिकों को लेकर कोई नीति नहीं बनाई है। बार-बार घोषणा की जाती है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा अभी तक देश के किसी भी राज्य को कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई है। पायलट ने कहा राजस्थान में मनरेगा के तहत 51 लाख श्रमिकों को रोजगार दिया, यह आंकड़ा अब तक देश में सर्वाधिक है।