सुप्रीम कोर्ट से मिली सशर्त अनुमति के बाद पुरी में भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथयात्रा निकाली जा रही है। मंदिर प्रबंधन और राज्‍य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की शर्तों को पूरा करने के लिए सख्‍त कदम उठाए हैं। यह पहला मौका होगा जब भगवान जगन्‍नाथ की रथ यात्रा तो निकलेगी मगर उनके भक्‍त सड़कों पर नहीं होंगे। कोर्ट के आदेश के अनुसार तय संख्‍या से अधिक लोगों को रथ खींचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वरना हर वर्ष 9 दिनों की इस यात्रा में 7 लाख से अधिक श्रद्धालु हिस्‍सा लेते रहे हैं।





 



रथयात्रा के दौरान पुरी में धारा 144 लागू रहेगी। यात्रा के दौरान पुरी में नौ दिन का उत्सव होता है।





परंपरानुसार यात्रा के पहले दिन मंगलवार को भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाएंगे। गुंडिचा मंदिर मुख्य मंदिर से ढ़ाई किमी दूर है। यहां सात दिन रुकने के बाद आठवें दिन फिर मुख्य मंदिर पहुंचेंगे।