चेन्नई और बैंगलोर के बीच खेले गए आईपीएल के मुकाबले में सीएसके ने आरसीबी को 8 विकेट से हरा दिया है। हालांकि चेन्नई की इस जीत के बावजूद उसके अंतिम चार में जगह बनाने की उम्मीद ना के बराबर है। लेकिन विशेष परिस्थितियों में चेन्नई अब भी अंतिम चार में जगह बना सकती है। 

दुबई के मैदान पर रविवार को खेले गए इस मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। रॉयल्स चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ओपनर एरॉन फिंच (15 रन ) सस्ते में चलते बने। इसके बाद दूसरे ओपनर देवदत्त भी 22 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। हालांकि बैंगलोर की पारी को कप्तान कोहली और एबी डिविलियर्स ने संभाल लिया। लेकिन कोहली और डिविलियर्स के आउट होते ही बैंगलोर की पारी लड़खड़ा गई। बैंगलोर की टीम बीस ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर मात्र 145 रन ही बना सकी। 

बैंगलोर की पारी को इतने कम रनों के स्कोर पर रोकने का पूरा श्रेय चेन्नई के गेंदबाजों को जाता है। चेन्नई की ओर से सैम करन (3 विकेट), दीपक चाहर ( 2 विकेट ) और सैंटनर ( 1 विकेट ) ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की, जिसके चलते बैंगलोर की टीम कोई बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई। 

जवाब में बल्लेबाज़ी करने उतरी चेन्नई के बल्लेबाजों ने हाथ में आए मैच को अपने काबू से बाहर जाने नहीं दिया। ओपनर डु प्लेसिस की धुंआधार 25 रन (13 गेंद ) की पारी और उसके बाद  ऋतुराज गायकवाड़ और अंबाती रायडू की बल्लेबाज़ी ने चेन्नई को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया। जिसके बाद कप्तान धोनी(19 रन ) और ऋतुराज (65 रन ) ने जीत की औपचारिकता पूरी कर दी। 

चेन्नई अंतिम चार में जगह कैसे बना सकती है ? 
चेन्नई सुपरकिंग्स की अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो चुकी हैं। हालांकि एक गणित ऐसा है जिसमें चेन्नई की टीम के अंतिम चार में क्वालिफाई करने की संभावना हो सकती है। अगर चेन्नई अपने बाकी दोनों मैच बड़े अंतर से जीतती है तो उसकी संभावनाएं बढ़ सकती हैं। लेकिन इसके लिए चेन्नई को दूसरी टीमों के मैच हारने हारने पर निर्भर होना पड़ेगा। मसलन, केकेआर को अपने बाकी बचे हुए तीनों मैच हारने पड़ेंगे। किंग्स इलेवन पंजाब को केकेआर को हराना पड़ेगा और अपने बाकी दो मैच हारने होंगे। वहीं हैदराबाद को अपने बाकी बचे तीन मैचों में से कोई एक मैच बड़े अंतर से हारना होगा। 

अगर ये सारी बातें सचमुच हो गईं, तो चेन्नई और कोलकाता दोनों ही टीमों के बारह-बारह अंक हो जाएंगे। लेकिन चेन्नई नेट रन रेट अच्छा होने की वजह से अंतिम चार में क्वालिफाई कर लेगी। जबकि हैदराबाद, पंजाब और राजस्थान की टीमों के सीज़न के अंत तक दस-दस अंक ही रह जाएंगे।