नई दिल्ली। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जोगिंदर शर्मा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। शुक्रवार दोपहर को जोगिंदर शर्मा ने अपने ट्वीटर हैंडल पर अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। जोगिंदर शर्मा टी20 वर्ल्ड कप 2007 में न सिर्फ़ भारतीय टीम के सदस्य थे बल्कि वे इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की जीत के सबसे बड़े हीरो भी रहे थे। 





39 वर्षीय क्रिकेटर शर्मा ने बीसीसीआई सचिव जय शाह के नाम लिखे अपने पत्र को अपने ट्वीटर हैंडल पर साझा करते हुए उनका समर्थन करने वाले तमाम लोगों का धन्यवाद कहा। इसके साथ ही उन्होंने बीसीसीआई को भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने देने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि 2002 से लेकर 2017 तक की उनकी क्रिकेट यात्रा उनके जीवन के सबसे सुनहरे वर्ष थे। 



जोगिंदर शर्मा की पहचान टी20 विश्व कप विजय के सबसे बड़े हीरो के तौर पर है। 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने जब अपना पहला और इकलौता टी20 विश्व कप जीता था तब जोगिंदर शर्मा ने ही फाइनल मुक़ाबले में निर्णायक ओवर डाल कर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी।



उस विश्व कप में भारत ने फाइनल मुक़ाबला पाकिस्तान के विरुद्ध खेला था। अंतिम ओवर में पाकिस्तान की टीम को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। कप्तान धोनी ने अंतिम ओवर जोगिंदर शर्मा को थमाया था। हालांकि ओवर की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही थी। जोगिंदर शर्मा ने बल्लेबाज़ी कर रहे मिस्बाह उल हक़ को पहली ही गेंद वाइड डाल दी थी। जिसके बाद अगले गेंद पर शर्मा ने बीट कर दिया। हालांकि इसकी ठीक अगली गेंद जोगिंदर ने फुल टॉस फेंक दी जिस पर मिस्बाह ने सामने की तरफ छक्का जड़ दिया।



अब पाकिस्तान को चार गेंदों में सिर्फ़ छह रनों की दरकार थी और उसके हाथ में सिर्फ़ एक विकेट शेष था। मिस्बाह अगली गेंद पर स्कूप खेलने के लिए गए लेकिन गेंद फाइन लेग की तरफ हवा में खड़ी हो गई और फाइन लेग पर खड़े श्रीसंत ने कैच लपक लिया। जोगिंदर शर्मा की सूझबूझ ने विश्व कप भारतीय टीम की झोली में डाल दिया था। 



जोगिंदर शर्मा ज़रूर भारतीय टीम की जीत के हीरो थे लेकिन इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें ज़्यादा मौके नहीं मिले। ख़ुद टी20 विश्व कप में उन्होंने भारतीय टीम में वापसी की थी और युवा ब्रिगेड का हिस्सा बने थे। जोगिंदर शर्मा ने अपने टी20 करियर में कुल चार टी20 मैच खेले और यह सभी मुक़ाबले उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप में ही खेले। 



 जोगिंदर शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू सौरव गांगुली की कप्तानी में किया था। उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबला 2004 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ था। जोगिंदर ने अपने करियर में भी कुल चार वन डे मुक़ाबले ही खेले। उन्होंने अपना अंतिम वन डे मुक़ाबला भी 2007 में ही खेला था। 



अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा जोगिंदर शर्मा ने आईपीएल भी खेला था। वे 2008-12 तक चेन्नई सुपर किंग्स के सदस्य रहे थे। वर्तमान समय में वह हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।