नई दिल्लीः भारत को ओलंपिक में एथलीट के क्षेत्र में पहली बार गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के क्वॉलिफिकेशन राउंड के पहले ही अटेम्प्ट में 88.77 मीटर का थ्रो फेंक कर फाइनल में एंट्री मार ली है।
नीरज के साथ ग्रुप ए में डीपी मनु भी हैं, जबकि ग्रुप बी में किशोर जेना एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल के साथ ही पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए कम से कम 85.50 मीटर की दूरी हासिल करना जरूरी है और नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर की दूरी हासिल की।
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विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए 83 मीटर दूर भाला फेंक कर या ग्रुप में टॉप एथलीट में जगह बनाना जरूरी है। नीरज ने पहले ही प्रयास में 83 मीटर से ज्यादा दूरी हासिल की और फाइनल में पहुंच गए। नीरज के अलावा कोई भी एथलीट पहले प्रयास में 83 मीटर तक भाला नहीं फेंक सका। इस सीजन में यह नीरज चोपड़ा का सबसे बेहतर प्रदर्शन है।
अभी तक किसी भी भारतीय एथलीट खिलाड़ी ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल नहीं जीता है। लेकिन नीरज ने देशवासियों को गोल्ड की उम्मीदें कायम रखी हैं। फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा। जहां नीरज 12 प्रतिस्पर्धियों को टक्कर देंगे। पीछली बार नीरज सिल्वर जीते थे लेकिन इस बार पूरे देश को उनसे गोल्ड जीतने की उम्मीदें हैं।