इतिहास रचने से चूके प्रज्ञानानंद , FIDE चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में कार्लसन से हारे
फिडे वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ी प्रज्ञानानंद ने कार्लसन को कड़ी टक्कर देते हुए मुकाबले को टाई ब्रेकर तक पहुंचा दिया था अंत में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने 1-0 से जीत दर्ज कर ली।
FIDE Chess Final: भारतीय शतरंज खिलाड़ी आर प्रज्ञानानंद इतिहास रचने से चूक गए हैं। दुनिया के नंबर 1 शतरंज खिलाड़ी कार्लसन ने उनको टाइब्रेकर राउंड में 1-0 से हरा दिया। इसी के साथ प्रज्ञानानंद को उपविजेता के रूप में अभियान समाप्त करना पड़ा और कार्लसन ने 2023 फिडे वर्ल्ड कप का ख़िताब जीत लिया।
फिडे चेस वर्ल्ड कप का फाइनल मंगलवार से शुरु होकर गुरुवार तक चला। मंगलवार को कार्लसन और प्रज्ञानानंद के बीच मुकाबला ड्रॉ रहा था। इसके बाद बुधवार को रिजर्व डे में भी मुकाबला ड्रॉ रहा। इसके बाद मुकाबला टाई ब्रेकर में चला गया।
गुरुवार को तीसरे दिन टाई ब्रेकर के पहले गेम में प्रज्ञानानंद को कार्लसन ने काले पीसेस के साथ खेलते हुए हरा दिया। कार्लसन की लीड का असर दूसरे राउंड में दिखा और दूसरा राउंड ड्रॉ हो गया और कार्लसन फिडे वर्ल्ड कप का फाइनल मैच जीतकर चैम्पियन बन गए।
यह भी पढ़ें- कुल्लू सहित हिमाचल के कई हिस्सों में कुदरत का कहर, ताश के पत्तों की तरह ढह गईं 7 इमारतें
प्रज्ञानानंद ने शतरंज की दुनिया के नंबर दो और नंबर तीन खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा और फैबियानो कारूआना को हराकर फाइनल मुकाबले में प्रवेश किया था। लेकिन अब उन्हें सिलवर मेडल से संतोष करना पड़ेगा।
Praggnanandhaa is the runner-up of the 2023 FIDE World Cup!
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 24, 2023
Congratulations to the 18-year-old Indian prodigy on an impressive tournament!
On his way to the final, Praggnanandhaa beat, among others, world #2 Hikaru Nakamura and #3 Fabiano Caruana! By winning the silver… pic.twitter.com/zJh9wQv5pS
बता दें प्रज्ञानानंद फिडे टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। वहीं कार्लसन के पास लम्बा अनुभव है। उन्होंने चेस वर्ल्ड चैम्पियनशिप का खिताब पांच बार जीता है। ऐसे में प्रज्ञानानंद के लिए मुकाबला आसान नहीं था इसके बावजूद उन्होंने कार्लसन को कड़ी टक्कर दी।