रायपुर। छत्तीसगढ़ की मरवाही सीट से अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी का नामांकन रद्द कर दिया गया है। शनिवार को दोनों का जाति प्रमाण पत्र ख़ारिज होने के चलते दोनों का पर्चा निरस्त कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ की राजनीति में ऐसा पहली बार होगा जब जोगी परिवार मरवाही सीट से बाहर हुआ है। यह वर्षों से जोगी परिवार की परम्परागत सीट रही हैं।  राज्य स्तरीय जांच समिति ने जांच के बाद उनका जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया। जांच कमेटी ने उन्हें कंबर जाति का नहीं मना है।

अमित जोगी ने मरवाही उपचुनाव के उम्मीदवार के रूप में शुक्रवार को ही पर्चा भरा था। शनिवार को जिला निर्वाचन कार्यालय में नामांकन पत्रों की जांच चल रही है। जांच समिति की ओर से इसी बीच अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यह आदेश 16 अक्टूबर को ही जारी किया गया। समिति इससे कुछ साल पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का भी जाति प्रमाण पत्र रद्द कर चुकी है।  

अजीत जोगी ने अपने जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति, आदिवासी जाति और अनुसूचित जनजाति विकास की तरफ से उन्हें आदेश की कोई कॉपी नहीं दी है और ना ही उन्हें जाति प्रमाण पत्र के मामले में अपना पक्ष रखने का समय दिया गया हैं। 

बीते दिनों छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अजीत जोगी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर मुख्यमंत्री के इशारे पर जिला निर्वाचन अधिकारी डोमन सिंह जो आज कल जिला कांग्रेस का काम कर रहे हैं। नामांकन पत्रों को छानबीन के दौरान मेरी या मेरी पत्नी के नामांकन निरस्त करते हैं। तो इसके खिलाफ मैं   तत्काल उपचुनाव की पूरी प्रक्रिया को रद्द करवाने के साथ दोषी अधिकारीयों पर कार्यवाही करवाने के लिए न्यायालय की शरण में जाउगा। 

गौरतलब हैं कि मरवाही उप चुनाव को लेकर चल रही उठापटक और जाति प्रमाण पत्र के विवाद को देखते हुए। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की ओर से मरवाही सीट के लिए 4 नामांकन किए गए  हैं। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस अध्यक्ष अमित जोगी सहित उनकी पत्नी ऋचा जोगी साथ ही पुष्पेश्वरी तंवर और मूलचंद सिंह ने मरवाही सीट के लिए पर्चा दाखिल किया हैं। अब अमित जोगी और ऋचा जोगी के नामांकन रद्द होने के बाद पुष्पेश्वरी तंवर और मूलचंद सिंह में कोई एक ही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की ओर से मरवाही चुनाव में किस्मत आजमाएगा।