रायपुर। छत्तीसगढ़ के पुलिस विभाग में किन्नरों की भर्ती प्रक्रिया जारी है। सरकार, पुलिस विभाग और समाज कल्याण विभाग की अनोखी पहल पर थर्ड जेंडर को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है। हाईकोर्ट के आदेश पर किन्नर समुदाय को पुलिस सेवा में भर्ती होने का मौका दिया जा रहा है। यह पहला मौका है जब छत्तीसगढ़ पुलिस में किन्नरों की भर्ती की जा रही है। अब वह दिन दूर नहीं जब किन्नर प्रदेश की कानून व्यवस्था का जिम्मा उठाते नजर आएंगे।

पुलिस भर्ती की यह प्रक्रिया साल 2018 में शुरू हुई थी, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो पाई थी। इसे अब पूरा किया जा रहा है। भूपेश बघेल सरकार की पहल पर रायपुर के पुलिस ग्राउंड में थर्ड जेंडर्स को फिजिकल एग्जाम की ट्रेनिंग करवाई गई है। इस ट्रेनिंग की जिम्मेदारी एसएसपी अजय यादव ने निभाई।

छत्तीसगढ़ पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने से किन्नर उम्मीदवारों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है। उनका मानना है कि पुलिस में दाखिल होने से उन्हें भी सामान्य लोगों की तरह सम्मानजनक जिंदगी जीने का मौका मिल सकेगा। थर्ड जेंडर के तौर पर भर्ती किए रहे इन उम्मीदवारों ने पुलिस में शामिल होने के लिए जी तोड़ मेहनत की है। इनकी लिखित परीक्षा साल 2018 में हुई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के 23 किन्नर चुने गए थे। इनमें 19 उम्मीदवार फिजिकल टेस्ट के लिए आए हैं।

इन उम्मीदवारों में 7 रायपुर के हैं। इनके अलावा राजनांदगांव से चार, बिलासपुर से दो, धमतरी, अंबिकापुर, जगदलपुर, कोंडागांव से एक-एक उम्मीदवार का चयन हुआ है। इनका फिजिकल टेस्ट 28 जनवरी को शुरू हुआ है, जो 15 फरवरी तक चलेगा।