रायपुर/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले में 23 जवान शहीद हुए थे। जबकि एक जवान लापता बताया जा रहा था। लापता बताए जा रहे जवान का पता चल गया है। नक्सलियों ने मीडिया को वाट्सएप कॉल पर जवान के बारे में जानकारी दी है। नक्सलियों ने दावा किया है कि लापता जवान उनके कब्ज़े में है। इस जवान का नाम राकेश्वर सिंह मनहास है जो जम्मू कश्मीर का निवासी हैं। 

बीजापुर एसपी कमल लोचन कश्यप ने 23 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की थी, उन्होंने बताया कि एयरफोर्स की मदद से 22 जवानों का शव रिकवर कर लिया गया था। लेकिन एक जवान का पता नहीं चल सका था। 

गौरतलब है कि बीजापुर में हुए नक्सली मुठभेड़ में बड़ी संख्या में जवान घायल हुए हैं। घायल एएसआई आनंद कुसाम ने घटना के बारे में बताया कि हमारे पास 450 जवानों की पार्टी थी। जिस ऑपरेशन के लिए भेजा गया था उसे ख़त्म करके वापस लौट रहे थे, जब ऑपरेशन के लिए गए थे तब कोई नक्सली हलचल नही थी। लेकिन लौटते वक़्त क़रीब 400 से ज्यादा नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। सुबह 11 बजे मुठभेड़ शुरू हुई जो दोपहर 3 बजे तक चलती रही। इस मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए। जिनमें से 22 का शव बरामद हुआ, एक जो शख्स नहीं मिल सका था, मीडिया रिपोर्ट्स में उसी के बारे में नक्सल कैद में होने की खबर है। हालाकि सरकार राकेश्वर सिंह को शहीद बता रही है।

जवान राकेश्वर सिंह का नाम सरकार की तरफ से जारी लिस्ट में शहीदों की सूची में डाला गया है। लेक़िन नक्सलियों के ऑडियो में दावा किया गया है कि राकेश्वर उनके कब्ज़े में है। बीजापुर पुलिस द्वारा लापता जवान के मिलने की पुष्टि अभी नहीं हुई है।