अमेरिका के बाद यूरोप में शुरू हुए बैंकिंग संकट के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। स्विट्जरलैंड का सबसे बड़ा बैंक यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड मुश्किल में फंसे अपने प्रतिद्वंद्वी क्रेडिट सुईस के अधिग्रहण के लिए तैयार हो गया है। इस महीने की शुरुआत में दो अमेरिकी बैंकों के फेल होने के बाद एक आपात सौदे में UBS ने बदहाली की तरफ बढ़ रहे स्विस बैंक क्रेडिट सुइस को खरीदने पर सहमति जताई है।

UBS ने क्रेडिट सुईस को 3.24 अरब डॉलर में खरीदने की घोषणा की है। इसके तहत क्रेडिट सुइस के शेयरधारकों को 22.48 शेयरों के बदले में UBS का एक शेयर मिलेगा। केंद्रीय बैंक UBS ने कहा कि यह अधिग्रहण स्विस फेडरल गवर्नमेंट, स्विस फाइनेंशियल मार्केट सुपरवाइजरी अथॉरिटी और स्विस नेशनल बैंक के समर्थन से संभव हुआ है। बैंक ने कहा कि यह वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करेगा और स्विस अर्थव्यवस्था की रक्षा करेगा।

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इसके साथ ही यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड क्रेडिट सुइस बैंक के 5.4 अरब डॉलर के घाटे को स्वीकार करने के लिए भी तैयार हो गया है। वैश्विक उथल-पुथल और दुनिया में आर्थिक मंदी की आहट के बीच इसे राहत देने वाली डील बताया जा रहा है। दरअसल, क्रेडिट सुईस बैंक की गिनती यूरोप के टॉप बैंकों में होती है। इसके नाम स्विट्जरलैंड का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होने का खिताब दर्ज है। बैंक के खस्ताहाल होने की खबरें सामने आने के बाद उसके शेयर्स में एक दिन के अंदर 25 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।

इससे पहले क्रेडिट सुईस के डिपॉजिट संकट को टालने में स्विस नेशनल बैंक जुटा था। स्विस नेशनल बैंक ने कहा था कि वह क्रेडिट सुईस को 54 बिलियन डॉलर का लोन देगा। 2008 के वित्तीय संकट के बाद से क्रेडिट सुइस पहला प्रमुख वैश्विक बैंक है, जिसे इमरजेंसी लाइफलाइन दी गई है। 

क्रेडिट सुइस बैंक के बॉन्ड की प्राइज में मार्च में अब तक 38 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी थी। गिरावट इस बात को साफ तौर पर साबित करने के लिए काफी हैं कि अगर बैंक दिवालिया होता है, तो इन बॉन्ड्स की वैल्यू लगभग ना के बराबर होगी। हालांकि, इसका बैंकिंग संकट 2008 जैसी आर्थिक मंदी को ट्रिगर करेगा इसकी आशंका जताई जा रही थी। लेकिन अब यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड के साथ हुई डील के बाद यह संकट टलता हुआ दिख रहा है।