घर-घर में रामायण के जरिए अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीतने वाले सुमंत का बुधवार सुबह निधन हो गया। वे 98 साल के थे। उनका नाम चंद्रशेखर विद्या था। बढ़ती उम्र की वजह से लगातार उनकी सेहत बिगड़ती जा रही थी, जिसके बाद दिग्गज एक्टर का निधन हो गया। उनके बेटे ने अपने पिता के निधन की पुष्टि की है। उनके बेटे ने बताया है कि बुधवार सुबह नींद में ही उनके पिता का निधन हो गया।  उन्हें कोई बीमारी नहीं थी, यह केवल उम्र की वजह से हुआ। उन्होंने एक अच्छा जीवन जिया। उनके बेटे ने बताया कि वे हमेशा चाहते थे कि उनका परिवार उनके पास मौजूद रहे, उनके निधन पर उनका पूरा परिवार साथ है। चंद्रशेखर के परिवार में उनके तीन बच्चे हैं। चंद्रशेखर के नाती शक्ति अरोड़ा भी एक्टर हैं। रामायण के राम याने अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया याने रामायण की सीता ने उनके निधन पर दुख जताया है।



 





हैदराबाद में 7 जुलाई 1922 में जन्मे चंद्रशेखर विद्या भारत की आजादी की लड़ाई का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। चंद्रशेखर ने रामानंद सागर की रामायण में सुमंत का किरदार निभाया था, यह पात्र उनके करियर का सबसे लोकप्रिय पात्र रहा है। रामायण के अलवा उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। वे अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना जैसे सुपर स्टार्स के साथ सिल्वर स्क्रीन पर नजर आ चुके हैं।





चंद्रशेखर फिल्म काली टोपी लाल रुमाल, बिरादरी, स्ट्रीट सिंगर और रुस्तम-ए-बगदाद, बसंत बिहार जैसी कई फिल्में में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके हैं। चंद्रशेखर ने राजेश खन्ना के साथ कटी पतंग में काम किया था। फिल्म शराबी में वे अमिताभ बच्चन के साथ नजर आए थे। 1964 में रिलीज फिल्म चा चा चा से इसी नाम का डांस फॉर्म शुरु करने का श्रेय चंद्र शेखर को ही जाता है। चंद्रशेखर विद्या के फिल्मी करियर का आगाज 1950 में चाइल्ड एक्टर के तौर पर हुआ था।





एक्टर के रुप में उनकी पहली फिल्म ‘सुंरग’ थी जो कि साल 1954 में रिलीज हुई थी। रामानंद सागर की रामायण में वे भगवान राम के पिता राजा दशरथ के मंत्री आर्य सुमंत की भूमिका में नजर आए थे। जिसे लोगों ने खूब पसंद किया था। वे सातवीं क्लास तक पढ़े थे। उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग से पहले कड़ी मेहनत और स्ट्रगल किया था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वे चौकीदार और ट्रॉली खींचने का काम भी कर चुके थे।