नई दिल्ली। किसानों और विपक्ष के विरोध के बाद भी केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों पर  राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने रविवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके बाद बिलों के खिलाफ पहले से जारी विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है। सोमवार को पंजाब, कर्नाटक सहित देश के कई हिस्सों में बिल के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में उनकी जयंती पर धरना दे रहे हैं।  



कृषि कानूनों पर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच सोमवार को दिल्ली में इंडिया गेट के पास पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों ने एक ट्रैक्टर लाकर रखा और फिर उसमें आग लगा दी। इंडियन यूथ कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पूरी जानकारी देते हुए इसका वीडियो भी शेयर किया है। यूथ कांग्रेस ने अपने इस प्रदर्शन को शहीद भगत सिंह को समर्पित करते हुए शहीद-ए-आज़म के उस मशहूर बयान को भी याद किया है कि बहरे कानों को सुनाने के लिए आवाज़ तेज़ करनी पड़ती है।



 





 



न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने नई दिल्ली डीसीपी के हवाले से बताया कि ट्रैक्टर में लगाई गई आग को बुझाकर ट्रैक्टर को वहां से हटा दिया गया है। हाई सिक्योरिटी जोन के अंतर्गत आने वाले इंडिया गेट के नजदीक ट्रैक्टर को आग के हवाले करने के आरोप में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।





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कर्नाटक में फिर किसानों का बंद



कर्नाटक में किसानों ने फिर से राज्य बंद का आह्वान किया है। कर्नाटक में किसान संगठनों ने बीएस येदियुरप्पा सरकार द्वारा पेश कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) और भूमि सुधार अधिनियमों में संशोधन के विरोध में सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। कई श्रमिक संगठनों, समर्थक कन्नड़ संगठनों समेत कांग्रेस और जेडी (एस) ने इस भारत बंद का समर्थन किया। बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हुबली में सड़क जाम कर परिवहन रोक दिया।