बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाने का सिलसिला जारी है। पहले तो उन्होंने कमलनाथ को चीनी एजेंट कहा और अब एक ट्वीट के जरिए उन्होंने सवाल किया है कि ‘क्यों बांस के आयात पर टैक्स 30% से घटाकर 10% किया गया। ऐसा करने से बांस का घरेलू बाजार तबाह हो गया।
बीजेपी उपाध्यक्ष प्रभात झा को किसान कांग्रेस नेता केदार शंकर सिरोही ने इसका जवाब दिया है। उन्होंने प्रभात झा के ट्वीट पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ‘पहले सरकार यह बताए कि क्यों दलहन के आयात पर टैक्स 30% से 10 % क्यों किया गया? औऱ दलहन का घरेलू बाजार क्यों तबाह कर दिया गया?
किसान नेता सिरोही ने जिक्र किया है कि सरकार ने यह फैसला इसी महीने 15 दिन पहले लिया है। गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने तीन महीनों के लिए मसूर दाल पर आयात शुल्क घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। इसका मकसद मसूर दाल की घरेलू उपलब्धता बढ़ाना है। पहले इस दाल पर आयात शुल्क 30 फीसदी था।
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केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क (सीबीआईसी) बोर्ड ने 30 जून, 2017 की अधिसूचना में संशोधन किया है इसमें कहा गया है कि तात्कालिक रूप से 31 अगस्त 2020 तक मसूर पर आयात शुल्क को कम किया जा रहा है। भारत दुनिया में दलहनों का सबसे बड़ा उपभोक्ता और आयातक देश है।