रूस के विपक्षी दल के नेता अलेक्सेई नवालनी 22 अगस्त  की सुबह बर्लिन पहुंच गए जहां उनका इलाज होगा। संदिग्ध रूप से जहर दिए जाने के बाद से वह कोमा में हैं। नवालनी की प्रवक्ता और विमान का इंतजाम करने वाले गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की प्रतिनिधि ने पुष्टि की कि विमान बर्लिन पहुंच गया है। जर्मन ऑर्गेनाइजेशन सिनेमा फॉर पीस की जाका बिजिल ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, ‘‘नवालनी बर्लिन में हैं।’’

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के घोर आलोचक और भ्रष्टाचार की जांच करने वाले 44 वर्षीय नेता को 20 अगस्त को साइबेरिया के ओम्सक के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनके समर्थकों का मानना है कि जो चाय उन्हें पीने के लिए दी गई थी उसमें जहर मिला हुआ था और उनकी बीमारी तथा जर्मनी के एक बड़े अस्पताल में चिकित्सा के लिए भेजे जाने में देरी के पीछे रूस की सरकार का हाथ है।

उनके समर्थकों के हंगामे के बाद उन्हें जर्मनी ले जाया गया। नवालनी की पत्नी और प्रवक्ता लगातार उनका इलाज देश के बाहर कराने की मांग कर रहे थे।

समर्थकों ने विमान का इंतजाम कर उन्हें जर्मनी भेजा, जो उन्नत चिकित्सा उपकरणों से लैस था और उसमें जर्मनी के विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद थे। 21 अगस्त की सुबह उन्नत उपकरणों से लैस विमान में जब जर्मनी के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे तो ओम्स्क में नवालनी के चिकित्सक ने पहले कहा कि उनकी हालत ऐसी नहीं है कि कहीं ले जाया जा सके।

नवालनी के समर्थकों ने इसे अधिकारियों का षड्यंत्र बताया ताकि उनके शरीर में जहर का पता नहीं लगाया जा सके। ओम्सक के चिकित्सा दल ने उन्हें तभी जाने दिया जब एक विमान का इंतजाम करने वाले चैरिटी संगठन ने कहा कि जर्मनी के चिकित्सकों ने जांच की है और वह ले जाए जाने की स्थिति में हैं।

इसके बाद ओम्सक अस्पताल के उप मुख्य चिकित्सक ने संवाददाताओं से कहा कि नवालनी की हालत स्थिर है और नेता को ले जाया जा सकता है।