तिआनजिन। चीन के तिआनजिन शहर में आज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट का दूसरा दिन है। इस समिट में कुल आठ देशों ने हिस्सा लिया है। दूसरे दिन भारत ने अपना पक्ष रखा है। दुश्मन देश को सीधे तौर पर साधा है। इससे भारत को दूसरे दिन समिट में बड़ी सफलता मिली है। पीएम मोदी ने कई ओई नेताओं के बीच कड़ा संदेश जारी किया है।

समिट में एससीओ राष्ट्रध्यक्षों की तरफ से घोषणा पत्र जारी किया गया है। जिसमें पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। इस दौरान वहां पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ भी मौजूद थे। साथ ही इस घोषणा पत्र में हमले के आयोजकों, समर्थक को सख्त सजा दिलाने के लिए कहा गया है। बता दें इस वर्ष 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 पर्यटकों को गोली मारकर हत्या की थी। वहीं जून में हुई रक्षा मंत्रियों की एससीओ समिट में इस हमले का मुद्दा नहीं उठाया गया था। 

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सभी सदस्य देशों ने हमले के मृतक परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। जिससे आंतवादियों के आकाओं को साफ संदेश जा चुका है। आगे इस मीटिंग में ऐसे दोषियों और मदद करने वालों को न्याय के कटघरे में सामने लाने की बात कहीं गई है। इस पर एससीओ के सदस्या देशों ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबध्ता दिखाई है। 

वहीं समिट के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी कार में द्वपक्षीय मीटिंग के लिए रवाना हुए। बता दें इस दौरान पुतिन मोदी को अपनी लग्जरी कार ओरस लिमोजिन में लेकर रवाना हुए। इस बीच दोनों नेताओं के बीच कार में करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई है। रूस के रेडियो चानल वैस्टी एफएम के हवाले से जानकारी दी गई की होटल पहुंचने के बाद भी दोनों आपस में 50 मिनट तक बात करते दिखें। इस पर मॉस्को के राजनीतिक विष्लेषकों ने बताया कि दोनों वल्ड लीडर्स के बीच हुई बातचीत काफी गोपनीय और जरूरी मुद्दों पर हुई। जिसे सार्वजनिक तौर पर बात नहीं कर सकते थे।