बाली के एक हॉस्पिटैलिटी कॉलेज की एक अनोखी पहल चर्चा का विषय बनी हुई है। कॉलेज ने ट्यूशन फीस न भर पाने वाले छात्रों को फीस के बदले कॉलेज में नारियल जमा करने की सुविधा दी है। द वीनस वन टूरिज्म अकादमी ने अध्ययनरत छात्रों को बाकायदा यह सुविधा आधिकारिक तौर पर दी है। चूँकि कॉलेज में नारियल तेल का उत्पादन होता है, लिहाज़ा कॉलेज ट्यूशन फीस के बदले अब छात्रों से नारियल ले रहा है।  

संस्थान के एक अधिकारी ने एक स्थानीय मीडिया संस्थान को कॉलेज की इस अनोखी पहल की जानकरी देते हुए बताया कि नारियल का इस्तेमाल स्कूल में कोकोनट ऑयल बनाने के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'पहले तो हमने उनकी ट्यूशन फीस का भुगतान करने के लिए एक किस्त कार्यक्रम शुरू किया, लेकिन अब हम और भी फ्लेक्सिबल हो गए हैं।  इस COVID महामारी के कारण, हमने यह नीति अपनाई है। हम वर्जिन नारियल तेल का उत्पादन करते हैं, इसलिए छात्र नारियल में लाकर अपनी ट्यूशन फीस का भुगतान कर सकते हैं।'

दुनिया भर में कोरोना जनित परिस्थियों के कारण लोगों की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी पर बुरा प्रभाव पड़ा है। कोरोना के चलते लोगों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है। जिस वजह से अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों की स्कूल की फीस भर पाने में अक्षम हैं। इस लिहाज़ से बाली के कॉलेज की यह अनोखी पहल काफी प्रशंसनीय है।