पूर्वी लद्दाख में जारी भारत-चीन तनाव के बीच एलएसी पर सैन्य गतिविधियां बढ़ गई हैं। इस वजह से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। मीडिया संस्थान इंडिया टुडे के अनुसार चीन बार-बार भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग में बाधा डाल रहा है और उसने पैंगोग त्सो झील के पास ऊंचे पहाड़ों पर कब्जा कर लिया है। इस तनाव की वजह से स्थानीय लोगों का इधर से उधर जाना सीमित कर दिया गया है और इलाके में मोबाइल नेटवर्क भी धीमा हो गया है।

लद्दाख ऑटोनामस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के एक चुने हुए प्रतिनिधि ताशी नामगियाल ने इंडिया टुडे को बताया, “लोग डरे हुए हैं। दशकों में पहली बार इस तरह की सैन्य गतिविधियां नजर आ रही हैं। गलवान  घाटी की तरफ भारी संख्या में भारतीय सैनिकों को भेजा जा रहा है। चीन ने भी अपने सैनिकों की तैनाती की है।”

उन्होंने बताया कि संचार के साधन बंद किए जा रहे हैं, इससे लोगों में और ज्यादा डर है। उनका कहना है कि चीनी सेना फिंगर फोर तक आ गई और ऐसा केवल सरकार द्वार पहले कदम ना उठाने की वजह से हुआ है। बताया जा रहा है कि तनाव अब केवल एक या दो स्थानों तक सीमित ना रहकर पूरे पूर्वी लद्दाख में फैल गया है। चीन पैंगोग त्सो और गलवान घाटी के अलावा चूमर, देपसांग, देमचोक, गोगरा और ट्रिग हाइट्स में भी यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है।