नई दिल्ली। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने अपने देश के झंडे के रंग में बदलाव कर दिया है। राष्ट्रपति इमैनुएल ने फ्रांस के झंडे में मौजूद नीले रंग को गहरा दिया है। अहम बात यह है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बिना राय मशविरा के ही झंडे के रंग में ये परिवर्तन कर दिया है। फ्रांस की जनता को झंडे का रंग बदले जाने की जानकारी बाद में मिली।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस के झंडे में गहरे नीले रंग का उपयोग करना शुरू किया जा चुका है। नेशनल असेंबली सहित राजधानी के तमाम सरकारी भवनों पर इसे लगा भी दिया गया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि इमैनुएल मैक्रां काफी पहले से झंडे में गहरे नीले रंग उपयोग करते आ रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिसंबर 2018 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान भी झंडे में गहरे नीले रंग का उपयोग देखा गया था। लेकिन उस दौरान ज्यादातर लोगों की नज़र झंडे के रंग पर नहीं गई।

वास्तविक मायनों में फ्रांस का झंडा नया नहीं है। बल्कि 1976 से पहले फ्रांस के झंडे में इसी गहरे नीले रंग का उपयोग किया जाता था। 1976 में फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति वोलेरी गीस्टकार्ड ने झंडे का रंग बदला था। तत्कालीन राष्ट्रपति ने गहरे नीले रंग के बजाय झंडे में हल्के नीले रंग का उपयोग करना शुरू किया था। 

दरअसल फ्रांस के झंडे में गहरा नीले रंग को फ्रांसीसी क्रांति का प्रतीक माना जाता है। फ्रांसीसी क्रांति के समय में इस झंडे का उपयोग किया जाता था। फ्रांस के झंडे में नीला, लाल और सफेद रंग शामिल है। जैक्स लुई डेविड नामक व्यक्ति ने इस झंडे को डिजाइन किया था। वर्ष 1794 में इस झंडे को नैशनल फ्लैग के रूप में अपनाया गया था। अब एक बार फिर फ्रांस के झंडे को उसके पुराने रूप में परिवर्तित कर दिया गया है।