ओलंपिक में भारत को तीन गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले बलबीर सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। बलबीर सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे । उन्हें सांस में तकलीफ की शिकायत के बाद मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बलबीर सिंह ने रविवार सुबह अंतिम सांसे लीं। जिसके बाद वे इस दुनिया से चल बसे। बलबीर सिंह 95 वर्ष की उम्र में देश को अलविदा कह गए।



भारत को तीन गोल्ड दिलाए



बलबीर सिंह सोमवार सुबह हमें छोड़ कर चले गए। लेकिन हमारे पास उनकी अनगिनत यादें अभी भी हैं। उन्होंने भारतीय हॉकी टीम को ओलंपिक्स में तीन गोल्ड मेडल जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1948, 52 और 56 के ओलंपिक्स में बलबीर सिंह भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे। 56 के मेलबर्न ओलंपिक्स में तो उन्होने भारतीय हॉकी टीम की अगुवाई भी की थी।





पद्मश्री पाने वाले पहले हॉकी खिलाड़ी



बलबीर सिंह पद्म श्री सम्मान पाने वाले पहले हॉकी खिलाड़ी थे । उन्हें 1957 में पद्म श्री सम्मान से नवाज़ा गया था।





ये रिकॉर्ड भी है बलबीर के नाम



दिवंगत हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह के नाम ओलंपिक्स के फाइनल में सबसे ज़्यादा गोल करने का रिकॉर्ड है। बलबीर सिंह ने 1956 में हेलसिंकी ओलंपिक्स में हॉलैंड के खिलाफ खेले गए फाइनल में पांच गोल किए थे। जो कि अब तक एक न तोड़ा पाया जाने वाला रिकॉर्ड है। उस मैच में भारत ने हॉलैंड को को 6-1 से हराया था।



पीएम मोदी ने जताया शोक 



बलबीर सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित अन्यर नेताओं ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने उनके स्व र्णिम खेल कॅरियर को याद करते हुए श्रद्धां‍जलि दी।