अमेरिका में अध्ययनरत भारतीय छात्रों के लिए यहां के कानून का पालन करना जरूरी होता है। ऐसा नहीं करने पर स्टूडेंट वीजा रद्द कर छात्र को डिपोर्ट किया जा सकता है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से इस तरह की सैकड़ों घटनाएं सामने आई हैं। इस बीच भारत में मौजूद अमेरिकी दूतावास ने भी भारत से यूएस पढ़ने गए छात्रों को वॉर्निंग दी है। उन्हें बताया है कि अमेरिकी कानून तोड़ने की वजह से उन्हें किस तरह के नुकसान हो सकते हैं।

अमेरिकी दूतावास ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर अमेरिका में कानून तोड़ा जाता है, तो फिर छात्र को डिपोर्ट भी किया जा सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि भविष्य में वीजा भी नहीं दिया जाएगा। एक तरह से अमेरिका से वीजा रद्द होने और डिपोर्ट किए जाने के बाद यहां दोबारा एंट्री लगभग बंद हो सकती है। भारतीयों को सलाह दी गई है कि वे पढ़ाई करने गए हैं, जिस वजह से उनका फोकस सिर्फ एजुकेशन पर होना चाहिए। उन्हें किसी भी सूरत में अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन नहीं करना है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में अमेरिकी दूतावास ने कहा, 'अमेरिकी कानूनों का उल्लंघन करने से आपके स्टूडेंट वीजा को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। अगर आपको गिरफ्तार किया जाता है या आप किसी भी कानून का उल्लंघन करते हैं, तो आपका वीजा रद्द किया जा सकता है और फिर आपको डिपोर्ट किया जा सकता है।' 

दूतावास ने आगे ये भी कहा कि वीजा रद्द होने के बाद आपको भविष्य में ये दोबारा नहीं दिया जाएगा। दूतावास ने पोस्ट में कहा, 'नियमों का पालन करें और अपनी यात्रा को खतरे में न डालें। अमेरिकी वीजा एक विशेषाधिकार है, अधिकार नहीं।'