जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे स्‍वास्‍थ्‍य कारणों से अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। शिंजो आबे पिछले कई दिनों से पेट की बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस से परेशान चल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि बीमारी के कारण में अपने दायित्व को नहीं निभा पाएंगे। उनके इस्‍तीफे की अटकलें काफी दिनों से लग रही थीं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आज शिंजो आबे ने अपने इस्‍तीफ का औपचारिक रूप से ऐलान कर दिया है। AFP के हवाले से बताया जा रहा है कि स्थानीय मीडिया इस खबर की पुष्टि कर रहा है। बताया जा रहा है कि शिन्जो आबे की तबियत पिछले कुछ हफ्तों में बिगड़ी है. दो बार अस्पताल में देखे जाने के बाद उनकी बीमारी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे थे। 

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंजो आबे ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री के पद से हटने का फैसला किया है। मैं अपनी इस बीमारी के लिए एक नया ट्रीटमेंट करा रहा हूं, जिसमें नियमित रूप से जांच और देखरेख की जरूरत है। मैं अपने ट्रीटमेंट के दौरान अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए पर्याप्त समय नहीं दे पाऊंगा। 

दूसरी बार छोड़ा पद 

आपको बता दें कि शिंजो आबे  के साथ यह दूसरी बार है जब स्वास्थ्य कारणों के चलते आबे को अपना पद छोड़ना पड़ा है। 2007 में भी वह अपनी बीमारी के चलते 1 साल के लिये हट गये थे। वह दोबारा 2012 में भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापस लौटे थे। 

बीते सोमवार को पूरे किए आठ साल 
आपको बता दें कि शिंजो आबे ने बीते सोमवार को अपने कार्यालय में 8 साल पूरे कर लिए और वह जापान के सबसे ज्‍यादा समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बन गए थे। हाल के दिनों में कोरोना वायरस को ठीक से नहीं संभालने पर उनकी लोकप्रियता में भी कमी आई है।साथ ही उनकी पार्टी पर इन दिनों कई घोटालों से जूझ रही है। 65 साल के आबे ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था को फिर से पटरी पर लाने का वादा किया था। चीन के खतरे को देखते हुए आबे जापानी सेना को भी मजबूत करने में जुटे हुए थे।