नई दिल्ली। अफगानिस्तान में उभरे बड़े संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है। प्रधानमंत्री मोदी और व्लादिमीर पुतिन के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई है। मोदी और पुतिन के बीच हुई इस बातचीत में अफगानिस्तान संकट को लेकर चर्चा हुई है। इसके साथ ही दोनों देशों की द्विपक्षीय रणनीति और कोरोना महामारी को लेकर दोनों देशों के आपसी सहयोग को लेकर भी चर्चा हुई है। 





पुतिन से हुई बातचीत की जानकारी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया है कि अफगानिस्तान में निर्मित हुई ताजा परिस्थितियों को लेकर मित्र व्लादिमीर पुतिन से मेरी विस्तृत चर्चा हुई है। द्विपक्षीय रणनीति के साथ साथ कोरोना महामारी को लेकर हमारे आपसी सहयोग को लेकर भी हमने चर्चा की। जरूरी मुद्दों को लेकर करीबी विचार विमर्श जारी रखने पर हमारी सहमति बनी है। 



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अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत का शासन कायम हो गया है। इसी बीच सभी देश अफगानिस्तान से अपने अपने नागरिकों को रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं। भारत सरकार भी अफगानिस्तान से अपने नागरिकों और अफगानी हिंदू और सिखों को भारत ला रही है। अब तक 800 से ज्यादा लोगों को भारत लाया जा चुका है। आज ही 46 अफ़गानी सिख और हिंदुओं सहित 78 लोगों को भारत लाया गया है। 



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इसके अलावा 26 अगस्त को मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। जिसमें अफगानिस्तान मसले पर चर्चा संभव है। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर सदन के नेताओं को अफगानिस्तान के ताजा हालात से अवगत कराने वाले हैं।