पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्य सभा सांसद एम पी वीरेंद्र कुमार का निधन हो गया है। 84 वर्षीय वीरेंद्र कुमार का कार्डिएक अरेस्ट के कारण केरल के कोझिकोड में निधन हो गया। वे मातृभूमि समूह के प्रबंध निदेशक थे। 

केरल से राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे एमपी वीरेंद्र कुमार को गुरुवार शाम को तकरीबन 8.30 बजे कार्डिएक अरेस्ट आया। इसके बाद उन्हें कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान गुरुवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। वीरेंद्र कुमार केरल के वायनाड के रहने वाले थे। राज्यसभा सांसद के शव को आज उनके गृह नगर कल्पेट्टा वायनाड ले जाया जाएगा। वहीं उनकी अंत्येष्टि की जाएगी।

राजनीति के साथ साथ किताबों भी लेखन किया

पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार अपने गृह नगर कल्पेट्टा से विधायक रहने के साथ साथ कोझिकोड से दो बार लोकसभा के लिए भी चुने गए। वीरेंद्र कुमार केरल सरकार में वन मंत्री भी रह चुके थे। केंद्र की संयुक्त मोर्चा सरकार में वीरेंद्र कुमार 1997-98 के दौरान केंद्रीय राज्य श्रम मंत्री भी रहे। इसके साथ ही उन्होंने कई पुस्तकें लिखने का कार्य भी किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कुल 20 पुस्तकों का लेखन किया। उन्हें केरल साहित्य अकादमी के पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है। एमपी वीरेंद्र कुमार तीन बार प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष का भी कार्यभार संभाला। इसके साथ ही वर्तमान में वे राज्यसभा सांसद होने के साथ साथ वे मातृभूमि समूह के अध्यक्ष भी थे।