टिकटॉक अमेरिका की ट्रंप सरकार के खिलाफ अदालत में चली गई है। उसने कहा है कि अब उसके पास कोर्ट में जाने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा है। कंपनी ने यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस आदेश के बाद उठाया है जिसमें उन्होंने कंपनी से या तो अपनी संपत्ति 90 दिन के भीतर बेचने या फिर बिजनेस बंद करने के लिए कहा था। ट्रंप इससे पहले भी टिकटॉक को बैन करने के बयान देते रहे हैं।

ट्रंप सरकार के खिलाफ कोर्ट में जाते हुए कंपनी ने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव के लिए माहौल बना रहे हैं और टिकटॉक को निशाने पर लेकर दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के लिए चीन विरोधी भावनाओं को भुनाना चाहते हैं, ये सब उनका चुनावी खेल है।

टिकटॉक के टेक्निकल प्रोग्रामर पैट्रिक रेयान ने न्यूज एंजेंसी रॉयटर्स को बताया, “अगर ट्रंप का आदेश लागू हो जता है तो अगले महीने करीब 1,500 लोगों की नौकरियां खत्म हो जाएंगी।”

Click: Tiktok: ट्रंप ने कहा 90 दिन में संपत्तियां बेचो या बंद करो बिजनेस

उधर अमेरिका के न्याय विभाग ने इस पूरे मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। टिकटॉक ने अपनी याचिका में कहा है कि ट्रंप प्रशासन ने उन्हें जवाब देने का मौका दिए बिना ही कंपनी पर बैन लगाने का आदेश जारी कर दिया। कंपनी ने कहा इससे उनके संवैधानिक अधिकार का उल्ंलघन हुआ है।

कंपनी ने अपनी याचिका में ट्रंप के 6 अगस्त के आरोप पर हमेशा के लिए रोक लगाने का अनुरोध किया है। दूसरी तरफ ट्रंप का कहना है कि टिकटॉक अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है और साथ ही यह अमेरिकी लोगों की निजता का उल्लंघन करता है।