टेक्सस। अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) एजेंसी ने कहा है कि वह उस घटना की जांच कर रही है, जिसमें ट्रंप समर्थकों द्वारा बिल्कुल फिल्मी अंदाज में बाइडेन के चुनाव प्रचार के लिए जाती एक बस को रोकने का मामला सामने आया है। यह घटना टेक्सस राज्य में हुई। ट्रंप ने ट्वीट कर इसका समर्थन भी किया और उन उपद्रवियों का आभार भी जताया। दूसरी तरफ उनके प्रतिद्वंदी जो बाइडेन ने इस घटना पर हैरानी जताते हुए कहा कि अमेरिका के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है। 



दूसरी तरफ ट्रंप ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए शाबाशी देने वाले अंदाज़ में लिखा, आई लव टेक्सस!



<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">I LOVE TEXAS! <a href="https://t.co/EP7P3AvE8L">pic.twitter.com/EP7P3AvE8L</a></p>&mdash; Donald J. Trump (@realDonaldTrump) <a href="https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1322700188624932869?ref_src=twsrc%5Etfw">November 1, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script> 



अमेरिका का टेक्सस राज्य लंबे समय से रिपब्लिकन पार्टी के प्रभुत्व वाला राज्य रहा है। हालांकि, इस बार यहां कांटे की टक्कर का अनुमान है। इस घटना के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उम्मीदवार के चुनाव प्रचार सदस्यों को टेक्सस में अपने अन्य दो कार्यक्रम रोकने पड़े। 



इस घटना के वायरल हुए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गाड़ियों में सवार कुछ उपद्रवी ट्रंप के समर्थन में नारे लगा रहे हैं और बाइडेन के प्रचार की बस को रोकने और रास्ते से उतारने का प्रयास कर रहे हैं। ट्रंप ने अपने इन समर्थकों को देशभक्त बताया है। दूसरी तरफ घटना के तुरंत बाद बस में बैठे स्टाफ ने तुरंत आपातकालीन सेवा से संपर्क किया, जिसके बाद उन्हें सुरक्षापूर्वक निकाला गया। 



एफबीआई ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए जांच की बात कही है। इसके लिए ट्रंप ने एफबीआई की निंदी भी की। ट्रंप समर्थकों की इस तरह की गुंडागर्दी केवल टेक्सस तक सीमित नहीं है। न्यू जर्सी, न्यू यॉर्क और दूसरे राज्यों में भी इस तरह के घटनाओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिन्हें लेकर जो बाइडेन ने कहा है कि ट्रंप ने अमेरिका के लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया है। 



इन घटनाओं के मद्देनजर आलोचक यह भी आरोप लगा रहे हैं कि ट्रंप हारने की स्थिति में पूरे देश में हिंसा भड़का सकते हैं। उनका कहना है कि ट्रंप समय से पहले की खुद को विजेता घोषित कर देंगे, जबकि बैलट गिनने में समय लगेगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण अमेरिका में अब तक 9 करोड़ से अधिक लोग पोस्टल बैलट से वोटिंग कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद हिंसा की आशंका चलते डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थन में बहुत अधिक बैलट वोटिंग हो चुकी है। जबकि ट्रंप कैंपेन मशीन द्वारा तीन नवंबर को ही वोटिंग करने के लिए अभियान चला रहा है। 



ऐसे में कहा जा रहा है कि क्योंकि मतगणना पहले मशीनों की होगी, इसलिए शुरुआती तौर पर ट्रंप को बढ़त मिल जाएगी। ट्रंप क्योंकि बैलट वोटिंग के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए मशीन से हुई वोटिंग के आधार पर वो खुद को विजेता घोषित कर सकते हैं। विरोध होने पर ट्रंप के हथियारबंद समर्थक बुरी तरह से हिंसा कर सकते हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने पर ट्रंप का पक्ष मजबूत दिख रहा है क्योंकि हाल ही में उन्होंने कोर्ट में रिपब्लिकन रुझान वाली जज की नियुक्ति की है। 



हालांकि, ट्रंप ने इन आरोपों को नकार दिया है कि वे खुद को समय से पहले ही विजेता घोषित कर देंगे। दूसरी तरफ उनका यह जरूर कहना है कि उनकी कानूनी टीम आने वाली लड़ाई के लिए कमर कस चुकी है।