भोपाल। ग्वालियर एयरबेस पर बुधवार को मिग 21 बाइसन क्रैश में शहीद ग्रुप कैप्टन आशीष गुप्ता का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद आशीष गुप्ता को मुखाग्नि उनके 9 साल के बेटे अतिन ने मुरार मुक्तिधाम में दी। मुखाग्नि देने के बाद अबोध अतिन ने कहा कि पापा शहीद हो गए। यह सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन आशीष गुप्ता ने फाइटर प्लेन मिग -21 को प्रैक्टिस के लिए टेकऑफ करा रहे थे। इसी दौरान प्लेन में तकनीकी खराबी आने से प्लेन क्रैश हो गया था।

17 मार्च को शहीद हुए आशीष गुप्ता, उरई यूपी के मूल निवासी थे। लेकिन ग्वालियर में ही रह रहे थे। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार ग्वालियर के मुरार मुक्तिधाम पर किया गया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वायुसेना एवं सेना के अफसरों के अलावा कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह, ग्वालियर एस.पी अमित सांघी ने श्रद्धांजलि दी। 

उल्लेखनीय है कि शहीद आशीष गुप्ता वर्ष 1999 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में पत्नी छाया व दो बेटे 9 वर्षीय अतिन उर्फ ​​टिनटिन, 3 वर्षीय आदी उर्फ ​​अदबिक है। पिता प्रकाश चन्द्र गुप्ता बैंक मैनेजर के पद से रिटायर्ड हैं। अभी फैजाबाद में रह रहे हैं। माता कृष्णकांति देवी शिक्षक थीं। उनका 4 साल पहले निधन हो गया है। शहीद आशीष के बहनोई  रजनीकांत विश्वारी बताते हैं कि शहीद आशीष होनहार बचपन से थे, सन 1999 में  NDA के ज़रिए वायुसेना में चयन हुआ था। रजनीकांत बताते हैं कि शहीद आशीष गुप्ता 26 जनवरी 2019 को सीमा के दूसरी ओर बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपनी भागीदारी निभाई थी। एयर स्ट्राइक में उनका अहम रोल था लेकिन कभी भी उन्होंने ज़िक्र नही करते थे।9 साल के अबोध बेटे अतिन से मुखाग्नि देने के बाद जब पूछा गया कि उसे पता है उसके पिता को क्या हुआ है, तो उसने जवाब में कहा पापा शहीद हो गए। पास खड़े लोगों की आँखें नम हो गयी। सभी भावुक हो गए।