भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी एमपी बोर्ड की ओर से 10वीं-12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा चल रही है। इसी बीच परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर वायरल हो रहे हैं। टेलीग्राम ग्रुप्स में प्रश्नपत्र की बोली लग रही है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।



कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'प्रदेश में एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो जाने का समाचार प्रकाश में आया है। यह अत्यंत गंभीर मामला है और लाखों क्षात्रों का भविष्य इससे जुड़ा है। पहले ही व्यापम और नर्सिंग जैसे घोटालों से प्रदेश की परीक्षा प्रणाली संदिग्ध हो गई है, ऐसे में बोर्ड परीक्षा का पेपर भी लीक हो जाना चिंता का विषय है।"





पूर्व सीएम ने सीएम चौहान से मांग किया है कि मामले की उच्चस्तरीय निष्पक्ष जाँच कराएँ और ऊँचे पदों पर बैठे वास्तविक ज़िम्मेदार लोगों को दंडित करें। बता दें कि प्रदेश के कई छात्रों और उनके परिजन पेपर लीक की शिकायतें कर रहे हैं। छात्रों के मुताबिक टेलीग्राम पर संचालित कई ग्रुप्स पर प्रश्नपत्र की बोली लगाई जा रही है। 10वीं के गणित और 12वीं के बायो का पेपर परीक्षा केंद्र में बंटने से पहले ही लीक हो चुके थे।



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हालांकि, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया कि पेपर लीक हुई है। अधिकारियों का दावा है कि सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र पिछले साल का है। जबकि स्वयं स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार पेपर लीक होने की बात स्वीकार रहे हैं। परमार ने कहा कि पेपर लीक का मामला सामने आया था। हमने पुलिस उपायुक्त को इसकी शिकायत की है। 



शिक्षा मंत्री ने काबा कि, 'एक गिरोह प्रश्नपत्र के बदले में पैसा लेने का काम कर रहा है। हमारे पास सारी जानकारी है। कई महत्वपूर्ण तथ्य इसकी जाँच के बाद निकल कर सामने आ सकते हैं। जो भी लोग ऐसे काम कर रहे हैं हम उन्हें चिन्हित कर रहे हैं। ज़रूरत पड़ी तो ऐसे मामले में FIR भी करवायी जाएगी।।जो अधिकारी परीक्षा में अनियमितता कर रहे हैं, उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।'