भोपाल। नियमितिकरण व अन्य मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षक आंदोलित हैं। बुधवार को गांधी जयंती के मौके पर प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक भोपाल के अंबेडकर मैदान पर जमा हुए। वे सीएम हाउस कुच करना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रदर्शन के दौरान कई अतिथि शिक्षक बेहोश भी हो गए।

पुलिस ने बैनर लगाकर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन को गैरकानूनी बताते गोली चलाने की चेतावनी भी दी। इसे देख प्रदर्शनकारी भड़क गए। बैनर पर लिखा था, "बलवाइयों आपका मजमा गैरकानूनी करार दिया गया है। तितर-बितर हो जाइए। कारगर गोली चलाई जाएगी।" हालांकि कुछ ही देर बाद में बैनर से गोली चलाने वाला हिस्सा ढक दिया गया। 

अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पवार ने कहा कि पिछली बार सरकार ने हमें गुमराह कर दिया था, हम उनकी बातों में आ गए थे। इस बार हम अपना स्थायीकरण लेकर जाएंगे। अगर सरकार अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो हम आमरण अनशन पर बैठेंगे।हमारे साथ हजारों लोग भी बैठेंगे। मेरी तबीयत कुछ गड़बड़ लग रही है। यहां टैम्परेचर ज्यादा है, कई लोगों की तबीयत बिगड़ रही है। लेकिन, सरकार की तरफ से अभी तक कोई नहीं आया है। जितनी जल्दी हो सरकार हमारी मांगों को सुने। हम वापस जाने वाले नहीं हैं।

अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी पहुंचे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए सरकार से मांगें पूरी करने की अपील की। वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि अतिथि शिक्षकों की मांगों को स्वीकार करें। यह मांगें और कुछ नहीं पिछली बीजेपी सरकार के वादे हैं। चुनाव से पहले बीजेपी ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा करें।