भोपाल। कुन्नूर हादसे का शिकार हुए इंडियन एयरफोर्स के जांबाज़ योद्धा वरुण सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। ग्रुप कैप्टन का पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया है। भोपाल के बैरागढ़ में कैप्टन वरुण सिंह को अंतिम विदाई दी गई। 

वरुण सिंह का पार्थिव शरीर सेना के अस्पताल में रखा गया था। शुक्रवार को उनके पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ बैरागढ़ विश्रामघाट ले जाया गया। इस दौरान शहर वासी कैप्टन की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। जगह जगह लोगों ने फूल भी बरसाए। 

बैरागढ़ विश्रामघाट में कैप्टन वरुण सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कैप्टन वरुण सिंह के परिजनों का ढांढस बढ़ाया। तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने कैप्टन को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसके बाद उनकी चिता को मुखाग्नि दे दी गई। 

कैप्टन वरुण सिंह आठ दिसंबर को कुन्नूर हादसे में घायल हुए थे। सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोग इस हादसे का शिकार हुए थे। इनमें केवल कैप्टन वरुण सिंह की ही जीवित बचे थे। उनका शरीर 95 फीसदी तक झुलस गया। बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में इलाज के दौरान बीते बुधवार को वे जिंदगी की जंग हार गए। 

कैप्टन वरुण का पार्थिव शरीर गुरुवार को भोपाल लाया गया। कैप्टन वरुण के पार्थिव शरीर को भोपाल में उनके निवास स्थान सन सिटी कॉलोनी ले जाया गया। जहां लोगों ने कैप्टन के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद आज बैरागढ़ में उनकी अंत्येष्टि की गई। 

कैप्टन वरुण सिंह ने 2004 में एयर फोर्स ज्वाइन की थी। वे अभिनंदन के बैच मेट थे। वरुण सिंह ने बीते साल लड़ाकू विमान तेजस को बचाने में सफलता पाई थी। जिसके बाद उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।