भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश में स्मार्ट मीटर को लेकर सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि जासूसी का मीटर है। इससे नागरिकों की जासूसी की जा रही है। उन्होंने स्मार्ट मीटर को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया। साथ ही कहा कि 500 का बिजली बिल अब 5 हजार रुपए का आ रहा है।

नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने राज्य सरकार से पूछा कि आखिर कौन सी विदेशी कंपनी को मीटर लगाने का ठेका दिया गया है? उन्होंने कहा कि, 'मध्य प्रदेश में 24 लाख स्मार्ट मीटर लगे हैं। मीटर लगाने वाली कंपनी कौन सी है, देश की या विदेश की यह सवाल है? क्या इसमें पाकिस्तानी लोग हैं? अफनार कंपनी का मुख्यालय सउदी में हैं। दोनों कंपनियां मध्यप्रदेश में मीटर लगा रही है। पश्चिम क्षेत्र में ठेका भी निरस्त किया, कागज पूरे नहीं थे। 897 करोड़ का ठेका था। मध्य क्षेत्र में 1100 करोड़ का ठेका दिया, कुल 2 हजार करोड़ का ठेका दिया।' 

उन्होंने आगे कहा, 'जब कंपनी के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं तो ठेका क्यों दिया। कंपनी के कई अधिकारी पाकिस्तान के मूल नागरिक हैं। मैन पावर पाकिस्तान का है। मोदी बात करते हैं पाकिस्तान से बिजनेस नहीं करेंगे और पीछे रास्ते से पाकिस्तान की मदद की जा रही है।'

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्टार्टअप में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी रहता है। ये पाकिस्तानी कंपनी बिना रजिस्ट्रेशन के काम कर रही है। पाकिस्तान के लोगों को कंपनी को मैनेज करने का काम दिया जा रहा है। एक बटन से पूरी बिजली गुल हो सकती है। देश का का बटन अब पाकिस्तान के हाथों में मोदी ने दे दिया है। अदाणी कंपनी ने 50 % शेयर खरीदे, ऊपर से आदेश है। स्मार्ट मीटर में खाता, आधार समेत कई निजी डेटा मांगे जा रहे हैं। यह भारतीय डेटा कैसे सुरक्षित रहा। पाकिस्तान के लोगों के पास हमारा डेटा है, गजब की सरकार है।'

उन्होंने दावा किया कि कुछ NGO भी हैं, जिन्होंने सुझाव दिया था कि इस कंपनी को ठेका नहीं देना चाहिए। सिंघार ने कहा कि मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी यही स्थिति है। फिर भी सरकार अनदेखा कर रही है। कई राज्यों ने कंपनी को काम देने से मना कर दिया। नकली मीटर की शुरुआत हो गई है। मिडिल मैन पर अटैक किया जा रहा है। यह साइबर अटैक का भी नया दरवाजा खोला गया है, जो 25 करोड़ लोगों से फिलहाल जुड़ा हुआ है। RSS पाकिस्तान को दुश्मन बताती है, और ऐसा काम क्यों। आम आदमी बिजली बिल से वैसे ही परेशान है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन पर तत्काल रोक लगना चाहिए और कंपनी को बाहर किया जाना चाहिए।