भोपाल। बजट पेश होने के बाद से ही लगातार विपक्षी खेमे के निशाने पर बनी हुई मोदी सरकार का मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बचाव किया है। सीएम शिवराज ने कहा है कि चूंकि देश में हर साल चुनाव होते हैं इसलिए इस बजट को महज़ मोदी सरकार का चुनावी हथकंडा करार देना उचित नहीं है। उन्होंने केंद्रीय बजट को आत्मनिर्भर का बजट बताया है। 

गुरुवार को राजधानी भोपाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम शिवराज ने कहा, देश में हर साल कहीं न कहीं चुनाव होते हैं इसलिए बजट 2023 को चुनावी बजट नहीं कहा जा सकता। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय बजट के पक्ष में भी अपनी राय रखी। 

सीएम शिवराज ने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत का बजट है। इसमें गरीबों, सोषितों, वंचितों और महिलाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। सीएम ने आगे कहा कि इस बजट ने समाज के हर तबके को छुआ है और यह सर्वव्यापी और सर्व समावेशी है। यह अमृतकाल का बजट है। 

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भले ही सीएम शिवराज इस बजट को सर्वव्यापी और सर्व समावेशी करार दे रहे हों लेकिन विपक्षी दल खासकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोप सीएम शिवराज के इन दावों के एकदम विपरीत हैं। बुधवार को बजट पेश होने के बाद पी चिदंबरम, जयराम रमेश सहित कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार की नीयत पर कई संगीन सवाल उठाए। कांग्रेस नेताओं ने इस बजट में बेरोज़गारी, गरीबी और आर्थिक असमानता की समस्या से निपटने के लिए रोडमैप के न होने को लेकर भी सरकार को घेरा। 

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दूसरी तरफ़ बुधवार शाम को ही ख़ुद आकाशवाणी के औपचारिक ट्वीटर हैंडल ने इस बजट को चुनावी बजट करार दे दिया। हालांकि जल्द ही ट्वीट वायरल होने के बाद आकाशवाणी के आधिकारिक हैंडल से इसे हटा लिया गया।