मोदी सरकार के बजट को आकाशवाणी ने बताया चुनावी बजट, विवाद बढ़ने पर डिलीट किया ट्वीट

पीसीसी चीफ कमल नाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने आकाशवाणी के ट्वीट को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा भी किया है

Updated: Feb 02, 2023, 04:04 AM IST

भोपाल/नई दिल्ली। बुधवार को संसद में पेश किए गए वित्तीय बजट को लेकर केंद्र सरकार को अपने ही औपचारिक ब्रॉडकास्टर के चलते किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। पहले से ही केंद्र सरकार बजट को लेकर चौतरफा आलोचनाओं से घिरी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ़ ख़ुद आकाशवाणी ने केंद्र सरकार के इस बजट को चुनाव से पहले मोदी सरकार का महज़ एक हथकंडा करार दे दिया है। 

दरअसल सोशल मीडिया पर इस समय एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें आकाशवाणी के ट्वीटर हैंडल ने एक ट्वीट के रिप्लाई में ताज़ा बजट को चुनावी बजट करार दिया है। वायरल तस्वीर में एक हिंदी न्यूज़ पोर्टल का ट्वीट है, जिसमें पोर्टल ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लोगों से बजट पर उनकी राय मांगी है। लेकिन बजट पर आम लोगों से ज़्यादा आकाशवाणी समाचार की ओर से किया गया ट्वीट अधिक चर्चा का विषय बन गया। आकाशवाणी समाचार के हैंडल से हिंदी न्यूज़ पोर्टल के ट्वीट पर रिप्लाई किया गया, जिसमें लिखा, "चुनावी बजट है।" 

आकाशवाणी की ओर से किए गए इस ट्वीट को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने अपने ट्वीटर हैंडल पर साझा करते हुए कहा, "भारत सरकार के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर आकाशवाणी ने मोदी सरकार के बजट को चुनावी बजट बताया।" 

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इस पूरे मामले पर विवाद बढ़ता देख आकाशवाणी ने कथित तौर पर इस ट्वीट को हटा लिया। लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर लोगों ने मोदी सरकार और आकाशवाणी का मखौल उड़ाना शुरू कर दिया। एक यूज़र ने तंज भरे लहजे में कहा, 'आखिरकार किसी ने सच कहने की हिम्मत तो की।'

इससे पहले बुधवार को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने बजट को लेकर वित्त मंत्री और केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। कांग्रेस नेता ने बजट में बेरोजगारी, गरीबी और आर्थिक असमानताओं से निपटने का रोड मैप न होने को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा।

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चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार अमीरों और गरीबों की बीच बढ़ती असमानता की खाई को लेकर ज़रा भी चिंतित नहीं है। जबकि जयराम रमेश ने इसे प्रधानमंत्री की OPUD स्ट्रैटजी करार दिया, मतलब ओवर ओवर प्रॉमिस, अंडर डिलीवर। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने तो यह तक कहा कि इस बजट से गरीबों को सिर्फ़ लफ्फाजी मिली है। वहीं कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ पंत ने भी केंद्रीय योजनाओं और उनके व्यय का ज़िक्र करते हुए मोदी सरकार की जमकर आलोचना की।